अमेठी

देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत जल्द वोटिंग होने जा रही है. लेकिन कांग्रेस ने अभी तक नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. लेकिन इस बीच अमेठी में कांग्रेस दफ्तर के बाहर रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर नजर आ रहे हैं.

अमेठी के गौरीगंज में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर लगे इन पोस्टर्स पर लिखा है कि 'अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अब की बार'.

बता दें कि इससे पहले अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि अमेठी के लोग चाहते हैं कि वह उनका प्रतिनिधित्व करें. उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने पर फैसला सही समय में लिया जाएगा.

अमेठी से उम्मीदवार बनने पर रॉबर्ट वाड्रा ने क्या कहा था?

रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के संकेत देते हुए कहा था कि देश में बदलाव का माहौल है. उनका पूरा परिवार इस पर लगन से काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि चाहे वह राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल रहें या नहीं, वह देश और इसके लोगों के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे. वाड्रा ने कहा था कि हम देश में धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाने के प्रयास जारी रखेंगे.

अमेठी से उम्मीदवार बनने के सवाल पर वाड्रा ने कहा था कि देश के हर कोने में इस पर चर्चा चल रही है. यह जनता की पुकार है. उन्होंने कहा था कि वह लोगों की कड़ी मेहनत को समझते हैं. अमेठी के लोग चाहते हैं कि मैं उनका प्रतिनिधित्व करूं, उनके क्षेत्र में जाऊं और उनकी समस्याएं सुनूं ताकि वे प्रगति कर सकें. मैं भी राजनीति में आने का इच्छुक हूं लेकिन निर्णय सही समय पर लिया जाएगा. अभी कोई जल्दी नहीं है.'

बता दें कि यूपी की लखनऊ, रायबरेली और अमेठी सीट पर पांचवें चरण के तहत 20 मई को वोटिंग होगी.

पिछले चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को मिली थी हार

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पिछले चुनाव की तरह इस बार भी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. हालांकि इस बार अभी तक क्लीयर नहीं है कि वो अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं. 2019 के चुनावों में राहुल गांधी को अमेठी सीट से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनाव में हराया था. हालांकि वो वायनाड सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे.

अमेठी लोकसभा सीट में विधानसभा की 5 सीटें

कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें हैं. 2022 के चुनाव में अमेठी और गौरीगंज से समाजवादी पार्टी अपने दो विधायक बनाने में कामयाब रही थी जबकि सलोन सीट पर बहुत ही मामूली वोटों से हार गई थी. बीजेपी अमेठी में अपने तीन विधायक बनाने में सफल रही थी.