गाजियाबाद
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी वायनाड के अलावा यूपी की रायबरेली सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा के भी चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इसके बीच, पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने शनिवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस दो गुटों में टूट सकती है। एक गुट राहुल गांधी का होगा, जबकि दूसरा प्रियंका गांधी का। प्रमोद कृष्णम ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को पाकिस्तान से चुनाव लड़ना चाहिए।

पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ''जिस तरह से राहुल गांधी ने अमेठी छोड़ा है, उससे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ रही हैं, यह अब उनके समर्थकों के दिलों में ज्वालामुखी का रूप ले रहा है जो 4 जून के बाद फूटेगा। कांग्रेस फिर से दो धड़ों में टूटेगी। एक राहुल गांधी का होगा, जबकि दूसरा प्रियंका गांधी का। मुझे लगता है कि राहुल गांधी को रायबरेली के बजाय रावलपिंडी से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि उनकी लोकप्रियता और मांग पाकिस्तान में बढ़ रही है।''

बता दें कि यूपी की अमेठी और रायबरेली सीट दशकों से कांग्रेस का गढ़ रही है। हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से राहुल गांधी को हार मिली थी, लेकिन दूसरी वायनाड सीट पर जीत गए थे। इस बार भी अमेठी और रायबरेली, दोनों सीटों से गांधी परिवार के लड़ने की ही अटकलें थीं, लेकिन वायनाड के अलावा राहुल गांधी को पार्टी ने रायबरेली से उतारा, जबकि अमेठी सीट से किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया गया है। प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी।

इससे पहले कृष्णम ने आरोप लगाया था कि प्रियंका गांधी पार्टी में चल रही साजिश का शिकार हुई हैं। उन्होंने कहा था, ''मैंने पहले ही कहा था कि राहुल गांधी प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव नहीं लड़ने देंगे…प्रियंका गांधी के खिलाफ परिवार और पार्टी में एक बड़ी साजिश है। वह परिवार और पार्टी में एक साजिश का शिकार हैं।'' कृष्णम ने कहा कि राहुल अगर अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते तो वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते थे। राहुल गांधी का मुकाबला रायबरेली में बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से है, जबकि कांग्रेस पार्टी के केएल शर्मा का मुकाबला अमेठी लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है।