उप्र : सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस से चार लोगों की मौत

उप्र : सगी बहनों की संदिग्ध हालात में मौत, पड़ोसी समेत दो पर मुकदमा

 गोली लगने से हुआ घायल शिकायत लेकर पहुंचा थाने, सच्चाई जानते ही पुलिस ने भेज दिया जेल

चंदौली
चंदौली जिले के मुगलसराय क्षेत्र में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के संपर्क में आकर चार लोगों की मौत हो गयी।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुगलसराय क्षेत्र के कालीमहाल मुहल्ले में बुधवार रात भरतलाल जायसवाल नामक व्यक्ति अपने घर का सेप्टिक टैंक साफ करवा रहा था। इसी दौरान उसमें से निकली जहरीली गैस के सम्पर्क में आने से उसका बेटा अंकुर और तीन सफाईकर्मी कालीमहाल निवासी सफाईकर्मी विनोद रावत, कुंदन व लोहा बेहोश हो गये।

उन्होंने बताया कि बेहोश हालत में चारों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीनों सफाईकर्मी टैंक साफ करते वक्त जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गये थे। मकान मालिक भरत लाल के बेटे अंकुर ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन वह भी जहरीली गैस के संपर्क में आ गया।

उप्र : सगी बहनों की संदिग्ध हालात में मौत, पड़ोसी समेत दो पर मुकदमा

बरेली
 बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में दो सगी बहनें संदिग्ध हालात में मृत पाई गईं। लड़कियों के पिता ने पड़ोसी युवक और उसकी भाभी पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।

अपर पुलिस अधीक्षक (देहात उत्तरी) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बृहस्पतिवार को बताया कि फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के सफरी गांव में कल्पना (19) और उसकी छोटी बहन तुलसी (17) के शव बुधवार रात उनके घर में पाये गये। कल्पना का शव फांसी पर लटका मिला जबकि तुलसी का शव जमीन पर पाया गया।

उन्होंने बताया कि इस मामले में लड़कियों के पिता उत्तम चंद्र मौर्य ने पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा है कि वह अपनी पत्नी के साथ खेत पर काम करने गया था और शाम को लौटने पर दोनों बेटियां मृत मिलीं। मौके पर जहर की शीशी भी मिली है।

मिश्रा के मुताबिक, मौर्य ने अपने पड़ोस में रहने वाले आकाश नामक युवक और उसकी भाभी चांदनी पर अपनी बेटियों को आत्महत्या के लिये उकसाने का आरोप लगाया है। मौर्य का कहना है कि आकाश काफी समय से उनकी बेटियों को परेशान कर रहा था और अक्सर अपने दोस्तों को बुलाकर उसकी बेटियों से छेड़खानी करता था। इस वजह से दोनों लड़कियों ने घर से निकलना बंद कर दिया था। बदनामी के डर से उसने पुलिस से इसकी शिकायत नहीं की थी।

उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। मुकदमा दर्ज कर आरोपी चांदनी को हिरासत में ले लिया गया है। आरोपी युवक आकाश की तलाश की जा रही है।

 गोली लगने से हुआ घायल शिकायत लेकर पहुंचा थाने, सच्चाई जानते ही पुलिस ने भेज दिया जेल

औरैया
यूपी के औरैया में एक शख्स ने विरोधियों को फंसाने के लिए ऐसी साजिश रची कि पुलिस भी हैरान रह गई. हालांकि, बाद में ये शख्स अपने ही बुने जाल में फंस गया और हवालात पहुंच गया. फिलहाल, पुलिस ने उसके पास से पिस्टल और कारतूस को बरामद कर लिया है. मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है. घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.

दरअसल, अजीतमल थाना क्षेत्र के पूठा निवासी महाराज सिंह (35) का अपने ही गांव के अरविंद से विवाद चल रहा था. अरविंद ने महाराज पर एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करवाया था. ऐसे में अरविंद को फंसाने के लिए महाराज सिंह ने एक साजिश रची. उसने 32 बोर की एक अवैध पिस्टल खरीदी और उससे खुद को गोली मार ली. इस घटना में महाराज घायल हो गया और सीधे पुलिस स्टेशन पहुंच गया.

महाराज सिंह ने पुलिस को बताया कि अरविंद और उसके घरवालों ने उसपर ये हमला किया है. लेकिन जांच-पड़ताल की शुरुआत में ही पुलिस को शक हो गया. क्योंकि, गोली बेहद नजदीक से चली थी और इस तरह से मारी गई थी कि ज्यादा डैमेज ना हो.

ऐसे हुआ खुलासा

  पुलिस ने बताया कि घायल महावीर ने गोली मारने का आरोप अरविंद और उसके बेटों पर लगाया था. उसने कहा कि मेरी आंखों के सामने गोली चलाई गई. लेकिन जांच में पाया गया कि घटना के वक्त अरविंद का बेटा दिल्ली में था. इसलिए महावीर पर शक बढ़ गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने पूरी सच्चाई कुबूल कर ली. पुलिस ने उसके पास अवैध पिस्टल, कारतूस आदि को बरामद कर लिया है. फिलहाल, महावीर के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेजा जा रहा है.