नई दिल्ली

जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज हीथ स्ट्रीक अब नहीं रहे। 49 साल की उम्र में कैंसर से लड़ाई के बाद उनका निधन हो गया। खेल के दिनों में हीथ के गेंदबाजी सहयोगी रहे हेनरी ओलंगा ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी और अपने पूर्व साथी को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा तमाम और क्रिकेटरों ने भी उनको याद किया है। भारतीय क्रिकेटर आर अश्विन भी हीथ स्ट्रीक के निधन से दुखी हैं।

पूर्व तेज गेंदबाज हेनरी ओलंगा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "दुखद खबर आ रही है कि हीथ स्ट्रीक दूसरी दुनिया में चले गए हैं। रेस्ट इन पीस लीजेंड। हमने सबसे महान ऑलराउंडर तैयार किया। आपके साथ खेलना खुशी की बात थी। जब मेरी गेंदबाजी का जादू खत्म होगा तो वहीं तरफ आपसे मिलूंगा।" भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "हीथ स्ट्रीक अब नहीं रहे। दुखद!! सचमुच दु: ख की बात है।"

हीथ स्ट्रीक जिम्बाब्वे के महानतम क्रिकेटरों में से एक रहे। उन्होंने 2000 से 2004 के बीच टीम की कप्तानी की। स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए 65 टेस्ट और 189 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। वह अपने देश के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 100 टेस्ट विकेट लिए हैं और अपने 12 साल के करियर के दौरान अक्सर लड़खड़ाती गेंदबाजी इकाई को अकेले ही संभाला है। वे करीब 12 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में एक्टिव रहे।

स्ट्रीक की गिनती अच्छे ऑलराउंडर्स में होती है, क्योंकि उन्होंने गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी दमखम दिखाया था। टीम के लिए मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने टीम को कई मैच जिताए। टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर में हीथ ने कुल 1990 रन बनाए, जबकि वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में रनों का आंकड़ा 3 हजार (2943) के करीब है। उन्होंने अपना पहला और एकमात्र टेस्ट शतक (127*) वेस्टइंडीज के खिलाफ हरारे में बनाया था।

लगा था 8 साल का बैन
जिम्बाब्वे के इस महान खिलाड़ी के करियर और जीवन में सबसे बुरा मोड़ उस समय आया भ्रष्टाचार विरोधी उल्लंघनों के लिए ICC ने उन पर आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया था। अप्रैल 2021 में स्ट्रीक ने 2016-2018 के बीच जिम्बाब्वे के कोच के रूप में और आईपीएल 2018 के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स और एपीएल 2018 के दौरान काबुल ज्वानन सहित विभिन्न फ्रेंचाइजी के कोच के रूप में अपनी भूमिका के लिए अपने खिलाफ लगाए गए पांच आरोपों को स्वीकार किया था।