मुंबई

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान कर दिया है और इस बार भी नीतिगत दरों (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया गया है. मतलब आम लोगों को कोई राहत नहीं दी गई है. लेकिन, रेपो रेट को यथावत रखने के फैसले के बाद भी शेयर बाजार की सुस्ती अचानक से तूफानी तेजी में तब्दील हो गई और दोनों इंडेक्स भागने लगे (Stock Market Zooms), इनमें  बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स (Sensex) 800 अंक तक उछल गया. वहीं निफ्टी भी जोरदार उछाल के साथ 200 अंक चढ़ गया.

RBI ने GDP Growth का अनुमान बढ़ाया

सबसे पहले बात कर लेते हैं शेयर बाजार में अचानक आए उछाल के बारे में तो बता दें कि लगातार 8वीं बार RBI ने Repo Rate को 6.50 पर यथावत रखा है. इसमें फरवरी 2023 में आखिरी बार बदलाव किया गया था. लेकिन केंद्रीय बैंक ने भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ा दिया है. पहले आरबीआई ने FY25 में GDP Growth अनुमान 7 फीसदी जताया था, लेकिन MPC Meeting के नतीजों का ऐलान करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था 7.2 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी. यानी जीडीपी ग्रोथ अनुमान में 20 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की गई है.

जीडीपी ग्रोथ के नए अनुमान के आते ही, इसका पॉजिटिव असर शेयर बाजार (Share Market) पर दिखाई दिया है और शुक्रवार को सुस्ती के साथ खुला बाजार एकदम से छलांग लगाता हुआ नजर आया.

ग्रोथ के नए अनुमान से उत्साहित बाजार

शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (BSE Sensex) अपने पिछले बंद 75,074.51 की तुलना में 75,031.79 अंक के लेवल पर ओपन हुआ था और सुस्ती के साथ कारोबार कर रहा था. लेकिन जैसे ही आरबीआई एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जीडीपी ग्रोथ का नया अनुमान पेश किया, उसके बाद अचानक से शेयर बाजार में उछाल आ गया. खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 799.97 अंक या 1.07 फीसदी की उछाल के साथ 75,874.48 के लेवल पर पहुंचकर ट्रेड कर रहा था.

Sensex की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का Nifty भी तूफानी तेजी के साथ भागता हुआ नजर आया. निफ्टी 50 ने सुबह 9.15 बजे पर अपने पिछले बंद 22,821.40 के स्तर की तुलना में 22,821.85 पर शुरुआत की थी और देखते ही देखते 227.10 अंक या 1.00 फीसदी की तेजी लेते हुए 23,048.50 के लेवल पर पहुंच गया.

जीडीपी को लेकर ये नए अनुमान

गौरतलब है कि FY2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में भारत जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रही है.पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए GDP का प्रोविजनल एस्टिमेट 8.2 फीसदी है. केंद्रीय बैंक ने GDP Growth के अनुमान को बढ़ा दिया है. इसे 7 फीसदी से 20 बेसिस पॉइंट बढ़ाते हुए 7.20 फीसदी कर दिया गया है. रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में GDP अनुमान 7.1% से बढ़ाकर 7.3% कर दिया है. दूसरी तिमाही में 6.9% से बढ़ाकर 7.2% और तीसरी तिमाही में 7% से बढ़ाकर 7.3% किया है. वहीं चौथी तिमाही के लिए जीडीपी अनुमान 7% से बढ़ाकर 7.2% कर दिया है.

आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा?
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी अनंतिम अनुमानों ने भारत के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद, यानी वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी ग्रोथ को 8.2% पर रखा है. 2024-25 के दौरान, अब तक डॉमेस्टिक फाइनेंशियल एक्टिविटीज में लचीलापन बना हुआ है. घरेलू डिमांड में मजबूती के कारण मेन्युफैक्टरिंग एक्टिविटीज में तेजी जारी है. उन्होंने बताया कि 8 प्रमुख उद्योगों ने अप्रैल 2024 में अच्छी ग्रोथ दर्ज की है. मैन्युफैक्चरिंग PMI ने मई 2024 में मजबूती बनाए रखी है और यह वास्तव में ग्लोबल लेवल पर सबसे अधिक है.