मॉस्को

यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने अपने ही 'भाड़े के सैनिकों' (Mercenary) पर विद्रोह के गंभीर आरोप लगाए हैं। रूसी सेना इस समय यूक्रेन के साथ-साथ पुतिन के बुलाए भाड़े के सैनिकों यानी वैगनर ग्रुप का भी सामना कर रही है। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आश्चर्यजनक रूप से बढ़ती अंदरूनी लड़ाई में, रूस ने वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाया। प्रिगोझिन ने शनिवार को कहा कि उसके लोग यूक्रेन से अब रूस की सीमा में घुस गए हैं और रूसी सेना के खिलाफ "हर हद तक" जाने के लिए तैयार हैं।

आपराधिक मामला शुरू
इस बीच TASS समाचार एजेंसी ने कहा कि वैगनर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोझिन और रूसी सेना के शीर्ष अधिकारियों के बीच लंबे समय से चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंच गया है। रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने प्रिगोझिन के खिलाफ एक आपराधिक मामला शुरू किया है। इसने वैगनर ग्रुप के भाड़े के सैनिकों से कहा है कि वे प्रिगोझिन के आदेश की अनदेखी करें और उसे गिरफ्तार कर रूसी सेना के हवाले करें। क्रेमलिन द्वारा प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाने के कुछ ही समय बाद यह कदम उठाया गया।

यूक्रेन युद्ध में वैगनर ग्रुप का नाम बार-बार आया है। यह एक निजी सैन्य कंपनी है। येवगेनी प्रिगोझिन के नेतृत्व में वैगनर ग्रुप जैसी ताकतों को सबसे भीषण लड़ाई का खामियाजा भुगतना पड़ा है, खासकर बखमुत के लिए खूनी लड़ाई के दौरान। यहां उसने बड़ी संख्या में अपने लड़ाकों को खोया। जून 2023 में, रक्षा मंत्रालय ने जाहिर तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समर्थन से ऐलान किया कि वह इन अनियमित बलों और मिलीशिया यानी सशस्त्र समूहों को अपने नियंत्रण में लाएगा।

नियंत्रण से बाहर हो चुके सैनिक
लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि ये भाड़े के सैनिक नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं। प्रिगोझिन पिछले दिनों सोशल मीडिया कहता आ रहा है कि उसने यूक्रेन के कई शहरों पर अकेले कब्जा किया है और रूसी सेना ने उसकी मदद नहीं की। वह महीनों से खुलेआम रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और रूस के शीर्ष जनरल वालेरी गेरासिमोव की अक्षमता और उनकी सेना को गोला-बारूद देने से इनकार करने का आरोप लगा रहा है। प्रिगोझिन ने रूसियों से उनकी सेना में शामिल होने और रूसी सैन्य नेतृत्व को दंडित करने का आग्रह किया है। यानी उसने खुले तौर पर विद्रोह का बिगुल बजा दिया है।

रूस ने कहा है कि प्रिगोझिन के बयान और कार्य रूस के खिलाफ सशस्त्र नागरिक संघर्ष शुरू करने और फासीवाद समर्थक यूक्रेनी ताकतों से लड़ने वाले रूसी सैनिकों की पीठ में छुरा घोंपने वाले हैं। क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन को प्रिगोझिन के दावों के बारे में सूचित कर दिया गया है और "आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं"। प्रिगोझिन ने पहले कहा था कि सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव के आदेश पर वैगनर फील्ड शिविरों पर रॉकेट, हेलीकॉप्टर गनशिप और तोपखाने की आग से हमला किया गया था। रिपोर्टों में दावा किया गया है कि प्रिगोझिन के लड़ाकों ने रूसी फाइटर जेट भी मार गिराया है।

रूस में भर्तियां कर रहा वैगनर ग्रुप
हाल ही में संवाददाता सम्मेलन में, रूस के उप रक्षा मंत्री निकोलाई पानकोव ने निजी लड़ाके समूहों और इनसे संबद्ध लड़ाकों की तारीफों में कसीदे पढ़े थे। उन्होंने दावा किया कि इन समूहों में "मातृभूमि की रक्षा" करने के इच्छुक नागरिकों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और उन्होंने इनसे जुड़ने के तरीके के बारे में बताया। इस घोषणा को, रूस को मानव संसाधन की तत्काल जरूरत और आम लोगों को सेना से अनिवार्य रूप से जोड़ने से बचने की उसकी इच्छा के संकेत के तौर पर देखा गया। इतना ही नहीं, इसे प्रिगोझिन और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के बीच तनातनी की एक और प्रमाण के तौर पर भी लिया गया। एक ओर जहां प्रिगोझिन ने नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया वहीं चेचन बलों के अखमात समूह ने अनुबंध पर हस्ताक्षर करने में जरा भी विलंब नहीं किया। रूसी मीडिया में ऐसी भी खबरें आईं कि देश भर के 42 शहरों में वैगनर भर्ती केंद्र खुल गए हैं। वैगनर समूह रूसी जेलों से भारी भर्ती करता है। अनियमित सेनाओं की एक श्रृंखला यूक्रेन में सक्रिय है, जिनमें रमज़ान कादिरोव की चेचन सेनाएं, कादिरोवत्सी शामिल है। यह आधिकारिक तौर पर वैगनर, रेडुट, पैट्रियट और पोटोक जैसे निजी बलों के साथ-साथ रूसी नेशनल गार्ड (रोसग्वर्डिया) की कमान में आती हैं।