जीएसटीएन ने तंबाकू निर्माताओं के लिए कच्चे माल, तैयार माल का ब्यौरा देने वाला फार्म जारी किया

श्रीलंका ने ऋण पुनर्गठन के मोर्चे पर मजबूत प्रगति की: आईएमएफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ, चीन के राष्ट्रपति चिनपिंग सीपीईसी के उन्नयन पर सहमत

नई दिल्ली/कोलंबो/इस्लामाबाद
 जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने कर चोरी रोकने के लिए पान मसाला और तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं के लिए एक नया फार्म जारी किया है। इस फार्म के जरिए निर्माता कच्चे माल और तैयार माल का ब्यौरा कर अधिकारियों को देंगे।

यह नया फॉर्म जीएसटी एसआरएम-2 है। जीएसटीएन ने इससे पहले ऐसे निर्माताओं की मशीनों के पंजीकरण के लिए जीएसटी एसआरएम-1 फॉर्म जारी किया था।

जीएसटीएन ने सात जून को अपने करदाताओं को सूचित किया, ”फॉर्म जीएसटी एसआरएम-2 नामक दूसरा फॉर्म भी पोर्टल पर उपलब्ध है। पान मसाला और तंबाकू उत्पादों के निर्माण में शामिल करदाता अब संबंधित महीने के लिए खरीदे गए और खपत किए गए कच्चे माल और तैयार माल का विवरण बता सकते हैं।”

मूर सिंघी के कार्यकारी निदेशक रजत मोहन ने कहा कि नए फॉर्म जीएसटी एसआरएम-2 में कच्चे माल और तैयार माल का विस्तृत मासिक विवरण देना होगा। उन्होंने कहा कि इस फॉर्म का उद्देश्य पान मसाला और तम्बाकू उत्पादों की विनिर्माण प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है।

श्रीलंका ने ऋण पुनर्गठन के मोर्चे पर मजबूत प्रगति की: आईएमएफ

 श्रीलंका के वृहद आर्थिक सुधारों के नतीजे सामने आने लगे हैं और देश को जल्द ही बाहरी वाणिज्यिक ऋणदाताओं के साथ समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है।

आईएमएफ ने नकदी की कमी से जूझ रहे देश के लिए अपने 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर के राहत कार्यक्रम की दूसरी समीक्षा से पहले यह बात कही।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के संचार विभाग की निदेशक जूली कोजैक ने  एक संवाददाता सम्मेलन में जोर देकर कहा कि श्रीलंका ने ऋण पुनर्गठन के मोर्चे पर मजबूत प्रगति की है।

उन्होंने कहा कि श्रीलंका का प्रदर्शन मजबूत है, दूसरी समीक्षा के लिए अधिकांश मात्रात्मक और संरचनात्मक शर्तें पूरी हुईं या देरी से लागू हुईं हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में सुधार अभी भी जारी हैं। श्रीलंका को 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर के राहत के तहत आईएमएफ की विस्तारित निधि सुविधा की दूसरी समीक्षा 12 जून को होनी है।

कोजैक ने पुष्टि की कि आईएमएफ का कार्यकारी बोर्ड दूसरी समीक्षा और अनुच्छेद-चार परामर्श पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगा।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ, चीन के राष्ट्रपति चिनपिंग सीपीईसी के उन्नयन पर सहमत

 पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने अपनी बैठक में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के उन्नयन और दूसरे चरण में कई अरब डॉलर की परियोजना के उच्च-गुणवत्तापूर्ण विकास को आगे बढ़ाने पर आम सहमति की पुष्टि की है।

शरीफ की पांच दिवसीय आधिकारिक चीन यात्रा चार जून से शुरू हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने बीजिंग के ऐतिहासिक ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में गहन चर्चा की।

दोनों नेताओं के साथ मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी थे। इस साल राष्ट्रपति पद संभालने के बाद शरीफ की राष्ट्रपति शी से यह पहली मुलाकात थी।

सरकारी मीडिया के अनुसार, दोनों नेताओं ने सीपीईसी के उन्नयन और दूसरे चरण में मेगा परियोजना के विकास को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।

सीपीईसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को चीन के झिंजियांग प्रांत से जोड़ता है। यह चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) की प्रमुख परियोजना है।

बीआरआई को चीन द्वारा दुनिया भर में चीनी निवेश द्वारा वित्तपोषित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के माध्यम से विदेशों में अपना प्रभाव बढ़ाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री शरीफ ने 2015 में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ऐतिहासिक पाकिस्तान यात्रा को याद किया, जब सीपीईसी को औपचारिक रूप से चालू किया गया था।

उन्होंने सीपीईसी के उच्च गुणवत्ता वाले विकास के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता तथा निकट समन्वय के माध्यम से दोनों देशों की विकास रणनीतियों के बीच तालमेल को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

दोनों नेताओं ने चिर-प्रतिष्ठित ‘सर्व-मौसम रणनीतिक सहयोग साझेदारी’ को दोहराया और राजनीतिक एवं सुरक्षा से लेकर आर्थिक, व्यापार और लोगों के बीच आदान-प्रदान तक के विविध क्षेत्रों में सहयोग को और अधिक गहरा करने का संकल्प व्यक्त किया।

उन्होंने अफगानिस्तान, फिलिस्तीन और कश्मीर सहित दक्षिण एशिया सहित क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी विचार साझा किए।