नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आने वाले हैं। इससे पहले मई महीने के माल एवं सेवा कर (जीएसटी) रेवेन्यू कलेक्शन जारी किए गए हैं। देश का ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन मई में 10 प्रतिशत बढ़कर 1.73 लाख करोड़ रुपये हो गया। बता दें कि कलेक्शन अप्रैल, 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
क्या कहा वित्त मंत्रालय ने
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा-मई 2024 में ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन 1.73 लाख करोड़ रुपये रहा है। मई माह के टैक्स कलेक्शन में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्धि, आयात में कमी (4.3 प्रतिशत की गिरावट) के बीच घरेलू लेनदेन से राजस्व में मजबूत वृद्धि (15.3 प्रतिशत) के कारण हुई है। रिफंड के बाद मई, 2024 के लिए नेट जीएसटी कलेक्शन 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल मई से 6.9 प्रतिशत की वृद्धि को दिखाता है।
चालू वित्त वर्ष का कलेक्शन
चालू वित्त वर्ष (2024-25) में मई, 2024 तक ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन 3.83 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो सालाना आधार पर 11.3 प्रतिशत की वृद्धि है। यह वृद्धि घरेलू लेनदेन में मजबूत वृद्धि (14.2 प्रतिशत की वृद्धि) और आयात में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि के कारण है। रिफंड के बाद चालू वित्त वर्ष में मई तक नेट कलेक्शन 3.36 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 11.6 प्रतिशत ज्यादा है।
जीडीपी का हाल
देश की अर्थव्यवस्था के अच्छे प्रदर्शन की बदौलत वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर बढ़कर 8.2 प्रतिशत हो गई। इसके साथ ही भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने जीडीपी से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही जो पिछली चार तिमाहियों में सबसे कम है।