झेंग्झौ
चीन (China) में कई छोटे बैंक इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (People Bank of China) की झेंग्झौ ब्रांच के सामने भारी विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने हेनान प्रांत (Henan Province) स्थित बैंकों में जमा अपनी रकम वापस करने की मांग कर रहे है। झेंग्झौ ब्रांच (Zhengzhou branch) के बाहर भारी संख्या में जमाकर्ता इकट्ठा हुए। 10 जुलाई 2022 को 1,000 से अधिक जमाकर्ताओं ने देश के केंद्रीय बैंक की झेंग्झौ शाखा के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।  देश के हेनान प्रांत में पिछले कई हफ्तों से पुलिस और जमाकर्ताओं के बीच झड़पें जारी हैं। जमाकर्ताओं का कहना है कि उन्हें इस साल अप्रैल से बैंकों से पैसा निकालने से रोका गया है। इतना ही नहीं चीनी अधिकारियों ने हेनान की प्रांतीय राजधानी झेंग्झौ में सैकड़ों जमाकर्ताओं की मांगों को नजरअंदाज कर रहे है।

ताजा वीडियो सामने आए हैं, जिसमें चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के टैंकों को प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए सड़कों पर तैनात किया गया है। बैंक जमाकर्ताओं द्वारा अपने पैसों की निकासी को लेकर  विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार बैंकों की सुरक्षा और स्थानीय लोगों को बैंकों तक पहुंचने से रोकने के लिए सड़कों पर टैंक उतार दिया गया था। बैंक ऑफ चाइना की हेनान शाखा द्वारा कहा गया कि जमाकर्ताओं की उनकी शाखा में बचत पैसे को निवेश किया जाता है।  हेनान प्रांतीय वित्तीय पर्यवेक्षण ब्यूरो के एक नोटिस के अनुसार, हेनान गांवों और कस्बों के कुछ बैंक जमाकर्ताओं ने 15 जुलाई को अपनी जमा राशि निकालना चाहते थे। यह घटना अब एक गंभीर सवाल खड़ा कर रही है कि क्या इतिहास खुद को दोहराने के लिए तैयार है।

यह 4 जून, 1989 की चीन की दमनकारी कार्रवाई की याद दिलाता है जब तियानमेन स्क्वायर पर नरसंहार किया गया था। तब चीनी नेताओं ने टैंकों और भारी हथियारों से लैस सैनिकों को बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर को खाली करने के लिए भेजा था, जहां छात्र प्रदर्शनकारी लोकतंत्र और अधिक स्वतंत्रता की मांग के लिए हफ्तों तक एकत्र हुए थे।  स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स ने हेनान प्रांत में बैंक जमाकर्ताओं द्वारा जमा किए गए पैसे को निकालने को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों को रोका है। सफेद कपड़ों वाले पुरुषों के चीनी पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स से होने का संदेह है।