नई दिल्ली
 भारी कर्ज ने डूबे उद्योगपति अनिल अंबानी (Anil Ambani) के दिन अब फिरने लगे हैं। उनकी कंपनियां तेजी से अपना कर्ज चुकाने में लगी हैं। सूत्रों के मुताबिक अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने पिछले हफ्ते तीन बैंकों आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक के बकाये का निपटारा कर दिया। इसी तरह इसकी पेरेंट कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर भी जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के 2,100 करोड़ रुपये के बकाये को चुकाने की दिशा में काम कर रही है। एक कमर्शियल बैंक के वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा कि रिलायंस पावर का लक्ष्य इस वित्त वर्ष के अंत तक कर्ज मुक्त कंपनी बनना है। इसकी बही-खातों पर एकमात्र कर्ज आईडीबीआई बैंक से लिया गया वर्किंग कैपिटल लोन होगा। आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक का रिलायंस पावर पर कुल मिलाकर करीब 400 करोड़ रुपये का बकाया था और उन्होंने अपने प्रिंसिपल लोन का लगभग 30-35% वसूल कर लिया है।

7 जनवरी को एक्सचेंजों को जारी नोटिस के मुताबिक रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और जेसी फ्लावर्स एआरसी ने एक स्टैंडस्टिल एग्रीमेंट किया था। शुरू में यह एग्रीमेंट 20 मार्च, 2024 तक था। रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक प्रवक्ता ने कहा कि इसे हाल ही में 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया गया था। एग्रीमेंट के मुताबिक जेसी फ्लावर्स एआरसी 31 मार्च तक रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेगा। इससे कंपनी को फंड की व्यवस्था करने का समय मिलेगा। एक्सिस, आईसीआईसीआई, और डीबीएस बैंक ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। रिलायंस पावर ने भी लोन सेटलमेंट की डिटेल्स पर कोई टिप्पणी नहीं की।

कैसे चुकाया कर्ज

स्टॉक एक्सचेंज की दी गई सूचना के मुताबिक रिलायंस पावर ने 13 मार्च को वीएफएसआई होल्डिंग्स से 240 करोड़ रुपये की इक्विटी जुटाई। संभवत: इसी रकम से बैंकों के बकाये का भुगतान किया गया है। वीएफएसआई होल्डिंग्स ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट फर्म Varde Partners की एक सहायक कंपनी है। ओरिजिनल लेंडर यस बैंक ने अपना 48,000 करोड़ रुपये की संकटग्रस्त लोन जेसी फ्लावर्स एआरसी को ट्रांसफिर किया था। इसमें रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर को दिया गया लोन भी शामिल है। रिलायंस पावर ने एक्सचेंजेज को बताया कि 31 दिसंबर, 2023 तक कंपनी पर कुल 765 करोड़ रुपये का कर्ज था। अप्रैल 2023 में रिलायंस पावर ने दो लेंडर्स जेसी फ्लावर्स एआरसी और केनरा बैंक के लोन का निपटारा किया।

रिलायंस पावर ने सितंबर 2022 में वीएफएसआई होल्डिंग्स को 15.55 रुपये प्रति शेयर की दर से 200 मिलियन इक्विटी शेयर आवंटित किए थे। तब 25% हिस्सेदारी 80 करोड़ रुपये में ली गई थी जबकि बाकी वारंट्स के रूप में जारी किए गए थे। वीएफएसआई ने वारंट को शेयरों में बदलने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए 240 करोड़ रुपये का निवेश किया। पिछले साल अगस्त में रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस ने रिलायंस की दोनों कंपनियों में 1,043 करोड़ रुपये का निवेश किया। उसने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में 891 करोड़ रुपये और रिलायंस पावर में 152 करोड़ रुपये का निवेश किया। रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस को ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर ने खरीदा था।