महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीधी चेतावनी जारी कर दी है।  भाजपा का कहना है कि अगर उद्धव उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निजी हमले करेंगे, तो उनका घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। खास बात है मंगलवार को ही उद्धव ने फडणवीस को पर सवाल उठा दिए थे और इस्तीफे की मांग की थी।

महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने साफ कर दिया है कि ठाकरे को फडणवीस पर निजी हमलों से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, 'पहली बार हमारे नेता देवेंद्र फडणवीस पर निजी हमला करने पर उद्धव ठाकरे को माफ कर दिया गया, लेकिन अगर उन्होंने इसे दोहराया तो हम सहन नहीं करेंगे। अगर उन्होंने फडणवीस पर फिर निजी हमला किया, तो हम उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल कर देंगे।' उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें फडणवीस पर एक और निजी हमला करने की चुनौती देता हूं।'

बावनकुले ने बताया कि जब फडणवीस मुख्यमंत्री थे और शिवसेना के साथ सत्ता साझा कर रहे थे, तो उनकी पार्टी ने हमेशा उद्धव को सम्मान दिया और उनकी बात सुनी। उन्होंने कहा, 'फडणवीस ने ठाकरे को प्राथमिकता दी और जो भी काम ठाकरे ने उनसे करने के लिए कहा उन्होंने किया। फडणवीस उनकी मांगों को सुनने के लिए उनके घर भी गए। ठाकरे उनके लिए इतने कृतघ्न कैसे हो गए?' इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया है कि उद्धव के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। फिलहाल, भाजपा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज है।

सावधानी की सलाह
भाजपा के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख को अपने शब्दों का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए। पाटिल ने एक बयान में कहा, 'उद्धव ठाकरे राज्य में सत्ता गंवाने के बाद निराश हैं। उन्हें शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए, नहीं तो राज्य की जनता उन्हें सबक सिखाएगी।' उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, 'यदि आप हमारी आलोचना करते हैं, तो हम उसी तरीके से जवाब देंगे।'

उद्धव ने क्या कहा था
ठाकरे ने पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुट के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने धड़े की एक महिला कार्यकर्ता पर कथित रूप से हमला किये जाने के बाद मंगलवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को 'बेकार' गृहमंत्री बताया और उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र को एक बेकार गृहमंत्री मिला है। एक असहाय और चाटुकार व्यक्ति यहां गृहमंत्री है। जब उनकी अपनी ही पार्टी के लोगों पर 'मिंधे' (ठाकरे की पार्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए यह शब्द प्रयोग करती है) गुट द्वारा  हमला किया गया तब वह कदम उठाने के लिए तैयार नहीं थे।'