पति-पत्नी के बीच मनमुटाव होना बहुत आम बात है। खट्टी-मीठी नोकझोंक तो हर हेल्दी रिलेशनशिप का हिस्सा होता है। मगर नोक-झोंक जब एक दूसरे के इगो को लांघने लगता है तो समस्या गंभीर हो सकती है। अगर झगड़े बेवजह हो रहे हैं और रोज हो रहे हैं तो ये आपके रिश्ते में मनमुटाव और कड़वाहट बढ़ा सकता है जिसकी वजह आपके घर या बेडरूम का वास्तुदोष भी हो सकता है। वस्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। वास्तु के अनुसार पति-पत्नी के बीच समस्याएं होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे घर में वास्तु के 5 तत्वों का असंतुलित होना, रसोईघर का गलत दिशा में होना, बेडरूम का बेड नुकीला होना या घर में बाथरूम का गलत दिशा में होना। ऐसे में आइए आज के इस लेख खास में जानते हैं कि पति-पत्नी के बीच में मनमुटाव को रोकने के लिए घर में क्या बदलाव कर सकते हैं।

1. असंतुलित वास्तु तत्व-
वास्तु शास्त्र में पांच तत्वों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश को बहुत महत्व दिया जाता है। इन तत्वों के असंतुलन से घर में कलह की स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए, यह जरूरी है कि आपके घर में हर तत्व का अपना स्थान पर रखें। जैसे- जूतों को इधर-उधर न रखें, घड़ी को सही दिशा में दीवार पर लगाएं, आदि।

2. रसोई घर का वास्तु-
रसोई घर वह स्थान है जहां भोजन बनता है। रसोईघर की दिशा पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वास्तु के अनुसार रसोई घर को दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। साथ ही, यह साफ और हवादार होना भी जरूरी है।

3. बेडरूम का वास्तु-
पति-पत्नी के लिए शयन कक्ष (बेडरूम) सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। अगर आपका बिस्तर नुकीला है या दीवार से सटा हुआ है, तो इससे रिश्ते में दूरियों का भाव आ सकता है। सुखद और शांत वातावरण के लिए, अपना बिस्तर को दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर रखें। बेड के नुकीले छोर को हल्का गोल रख चाहिए।

4. अव्यवस्थित घर-
घर में फैला हुआ सामान ऊर्जा के प्रवाह में बाधा डालता है, जिससे रहने वाले तनावग्रस्त और चिड़चिड़े हो सकते हैं। अपने घर में शांति बनाए रखने के लिए, नियमित रूप से सफाई करें और अपना सामान व्यवस्थित रखें।

5. बाथरूम का वास्तु-
बाथरूम की गलत दिशा सकारात्मक ऊर्जा का नाश कर सकती है। इसके दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं, जैसे शौचालय की सीट को हमेशा बंद रखना और दरवाजे पर शीशा लगाना। साथ ही बाथरूम को कभी भी उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में बनानी चाहिए।

कलह दूर करने के लिए वास्तु उपाय-
    अपने रिश्ते में प्यार और समझ बढ़ाने के लिए, गुलाबी स्फटिक, अमेथिस्ट या स्फटिक जैसे क्रिस्टल को अपने घर के रिश्ते वाले कोनों में रखें।
    अपने घर की सजावट के लिए हल्की रोशनी और शांत रंगों का इस्तेमाल करें ताकि एक आरामदायक वातावरण बन सके।
    हवा को शुद्ध करने के लिए इंडोर पौधे लगाएं ये आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार कर सकते हैं। इन पौधों को वास्तु के अनुसार सही दिशा में रखने से और भी ज्यादा फायदा मिल सकता है।
    अगर आप अपने रिश्ते में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, तो वास्तु शास्त्र के ये सरल उपाय आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं।