ईरान
अमेरिका ने ईरान समर्थित गुटों की ओर से पिछले 24 घंटे में उसके कर्मियों पर किए गए हमले का करारा जवाब दिया है। इसके तहत, सीरिया में दो जगहों पर स्थित 9 ठिकानों पर अटैक किया गया है। यूएस सेंट्रल कमांड की ओर से यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि हमलों में कोई भी अमेरिकी कर्मी घायल नहीं हुआ। देर शाम तक पेंटागन ने न तो यह जानकारी दी कि सीरिया में अमेरिका के किन स्थानों पर हमला किया और न ही यह बताया कि बदले में अमेरिका ने किन स्थलों को निशाना बनाया।

सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोगी बलों की सहायता करने के लिए अमेरिका के लगभग 900 कर्मी तैनात हैं। फरवरी में उसने जॉर्डन में ड्रोन हमले के जवाब में सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसमें 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। इजरायल में 7 अक्टूबर को हमास की ओर से बड़े पैमाने पर हमले किए गए। इसके बाद, गाजा में इजरायल ने बड़ा सैन्य अभियान लॉन्च किया। इस बीच, हमास के साथ संबद्ध ईरान समर्थित लड़ाकों ने इराक और सीरिया में अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों पर ड्रोन व रॉकेट दागकर हमले कर दिए।

ताजा हमलों से क्षेत्र में गुटों की क्षमता कमजोर
अमेरिकी सेना ने कहा कि ताजा हमलों से क्षेत्र में समूहों की क्षमता कमजोर होने का अनुमान है, जो यूएस और उसके सहयोगियों की सेनाओं के खिलाफ योजना बनाने और उसका संचालन करने का काम करते हैं। वहीं, लेबनान और उत्तरी गाजा में रविवार को इजरायली हमलों में बच्चों सहित दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। लेबनान में इजरायली हवाई हमले में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई, जिसमें बेरूत के उत्तर में अलमत गांव में 7 बच्चे भी शामिल हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि छह अन्य लोग घायल भी हुए हैं। हमले से पहले इजरायल ने लोगों को जगह छोड़ने की कोई चेतावनी नहीं दी।