रतलाम
 किसी शासकीय कर्मचारी को रिटायर होने पर उनके जीवन भर की कमाई जिसमें ग्रेच्युटी और प्रोविडेंट फंड की राशि सहित पेंशन ऑर्डर नियोक्ता द्वारा दी जाती है. लेकिन रतलाम रेल मंडल के कार्मिक विभाग के अजीबोगरीब नोटिस से आज 31 मई को रिटायर हो रहे कई रेलकर्मी परेशान हैं.

रिटायरमेंट के दिन रिकवरी का फरमान

रतलाम रेल मंडल ने कर्मचारी के रिटायरमेंट के दिन ही 8 लाख 87 हजार रुपए की राशि की रिकवरी निकाल दी. रेलवे के कार्मिक विभाग ने ये रिकवरी निकाली है. वेतनमान से जुड़ी गणना में हुई त्रुटी की वजह से आज सेवानिवृत हो रहे के चीफ लोको इंस्पेक्टर शरद गौतम पशोपेश में है. वह केवल अकेले कर्मचारी नहीं है बल्कि इस महीने और अगले महीने रिटायर हो रहे 6 से ज्यादा रेल कर्मियों को इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.

8 लाख 87 हजार का रिकवरी नोटिस

यह मामला रतलाम रेल मंडल का है. जहां रेलवे के वेतन संशोधन आदेश की गलत व्याख्या की वजह से उन्हें सेवानिवृत्ति के दिन ही रेलवे के कर्मचारियों को इस अजब-गजब स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. चीफ लोको इंस्पेक्टर शरद गौतम ने बताया कि "रिटायरमेंट के 5 दिन पहले उन्हें इस सबंध में नोटिस मिला. वेतन संशोधन आदेश का हवाला देकर मुझे मिलने वाले फुल एंड फाइनल अमाउंट की जगह 8 लाख 87 हजार रुपए जमा करवाने को कहा गया है."

अधिकारियों ने बताया सामान्य प्रक्रिया

इस मामले में कार्मिक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है. जिसमें यदि किसी कर्मचारी को अतिरिक्त भुगतान हुआ है तो नियमानुसार उनसे रिकवरी की जाती है. इस प्रकरण में भी जांच करवाकर उचित कार्रवाई की जाएगी.

रिटायर होने वाले 6 से ज्यादा कर्मचारी परेशान

रतलाम रेल मंडल में 6 कर्मचारी वेतन संशोधन के आदेश की गलत समीक्षा के चलते इस स्थिति से परेशान हैं. जुलाई के महीने में रिटायर होने वाले कर्मचारी भी कार्मिक विभाग के इस तरह के अजीब फरमान से परेशान हैं.