ओला इलेक्ट्रिक ने 50 से अधिक सर्विस सेंटर, 500 तकनीशियन जोड़े

बेंगलुरु
 भारत की सबसे बड़ी ई-स्कूटर विनिर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी सेवा में बदलाव लाने और ग्राहकों के बिक्री के बाद के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए देशभर में अपने सर्विस सेंटर की क्षमता में 30 प्रतिशत से अधिक का इजाफा किया है।

सॉफ्टबैंक समूह समर्थित कंपनी की भारत के ई-स्कूटर बाजार में करीब एक-तिहाई हिस्सेदारी है।

कंपनी ने 50 से अधिक सर्विस सेंटर जोड़े हैं और परिचालन को सुव्यवस्थित करने तथा सभी लंबित कार्यों को निपटाने के लिए नए व मौजूदा सेवा केंद्रों में 500 से अधिक सेवा तकनीशियनों को नियुक्त किया है।

ओला इलेक्ट्रिक ने सेवा में बदलाव, रणनीति और समग्र सेवा प्रक्रियाओं के अनुकूलन के लिए पेशेवर सेवा कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग को भी साथ लिया है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब कुछ केंद्रों पर से लंबित कार्यों की सूचना मिली है क्योंकि मांग उनके कार्यबल से अधिक हो गई है।

कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा, ‘‘कंपनी ने अपने सेवा नेटवर्क में 50 से अधिक सर्विस सेंटर जोड़े हैं और देशभर में नए तथा मौजूदा केंद्रों में 500 से अधिक सेवा तकनीशियनों को शामिल किया है।’’

संगठन के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कंपनी चुपचाप अपनी सेवाओं के लंबित मामलों को निपटाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। अभी तक लंबित कार्यों में से करीब दो-तिहाई को निपटा दिया गया है और अगले कुछ सप्ताहों में शेष को भी निपटा दिया जाएगा।’’

ओला इस महीने की शुरुआत में अपने संस्थापक भाविश अग्रवाल और स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सेवा की गुणवत्ता को लेकर सार्वजनिक विवाद के बाद सुर्खियों में आई थी।

एलएंडटी को पश्चिम एशिया, अफ्रीका में बिजली ग्रिड के विस्तार के लिए ‘बड़ी’ परियोजनाएं मिलीं

नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (वेब वार्ता)। बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ने पश्चिम एशिया और अफ्रीका में उच्च वोल्टेज बिजली ग्रिड के विस्तार और मजबूती के लिए ‘बड़ी’ परियोजनाएं मिली हैं।

कंपनी ने बीएसई को दी सूचना में बताया, ये ठेके लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) की विद्युत पारेषण एवं वितरण (पीटीएंडडी) इकाई को मिले हैं।

एलएंडटी 1,000 करोड़ रुपये से 2,500 करोड़ रुपये के बीच के मूल्य के ठेके को ‘‘ बड़ा ठेका ’’ बताती है।

कंपनी सूचना के अनुसार, पश्चिम एशिया में सऊदी अरब में उच्च-वोल्टेज पारेषण लाइन के निर्माण के लिए नए ठेके मिले हैं। कतर में जारी विद्युत प्रणाली विस्तार परियोजना में अतिरिक्त गैस ‘इंसुलेटेड सबस्टेशन’ की परियोजनाएं भी मिली हैं।

लार्सन एंड टुब्रो 27 अरब अमेरिकी डॉलर की भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो कई भौगोलिक क्षेत्रों में परिचालन करती है।