भरतपुर

भरतपुर के जुनैद और नासिर को जिंदा जलाकर मारने के आरोपी मोनू राणा और गोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है। नासिर और जुनैद का अपहरण करके हत्या के जघन्य अपराध में वांछित मोनू राणा और गोगी पर 10000 रुपए का इनाम घोषित था। जुनैद और नासिर का शव 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक जली हुई गाड़ी में मिला था।

35 साल का जुनैद और 28 वर्षीय नासिर भरतपुर के गांव घाटमीका के रहने वाले थे। हरियाणा सीमा के नजदीक सटे गांव से दोनों का अपहरण कर लिया गया था। जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने 15 फरवरी को गोपालगढ़ थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया था। अगले ही दिन जुनैद और नासिर के शव भिवानी के लोहारू में जली हुई हालत में एक बोलेरो गाड़ी में मिले थे।

आरोप लगा कि गौरक्षक दल के सदस्यों ने इस अपहरण और हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने रिंकू सैनी, नूंह निवासी अनिल, श्रीकांत, कैथल निवासी कालू, भिवानी निवासी  मोनू राणा, जींद के विकास, करनाल के शशिकांत और भिवानी के गोगी को आरोपी बनाया। मोनू इस केस का अहम किरदार बताया जा रहा है। पुलिस राजस्थान, हरियाणा समेत करीब 5 राज्यों में उसकी तलाश कर रही थी।