मुंबई

ऑस्कर्स 2025 में किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज' को झटका लगा है. आमिर खान के प्रोड्क्शन में बनी ये फिल्म 97वें एकेडमी अवॉर्ड्स में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटिगरी में इंडिया की ऑफिशियल एंट्री थी. लेकिन बुरी खबर ये है कि लापता लेडीज ऑस्कर्स जीतने की रेस से बाहर हो गई है. इस न्यूज से फैंस बेहद निराश हैं.

'लापता लेडीज' हुई बाहर

मंगलवार को एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज ने अगले राउंड के लिए सलेक्ट होने वाली 15 फिल्मों की अनाउंसमेंट की. इसमें किरण राव के डायरेक्शन में बनी फिल्म लापता लेडीज शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाई. कुल 15 फिल्मों को अगले राउंड के लिए चुना गया है. इन्हें एकेडमी के मेंबर्स देखकर फाइनल लिस्ट के लिए तय करेंगे.

आमिर की फिल्म भले ही बाहर हो गई हो, लेकिन UK की तरफ से ऑस्कर्स 2025 में भेजी गई हिंदी भाषा की फिल्म 'संतोष' अगले राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट की गई है. मूवी को ब्रिटिश इंडियन फिल्ममेकर संध्या सुरी ने डायरेक्ट किया है. ऑस्कर्स 2025 के विनर्स का ऐलान 2 मार्च को होगा.

वो 15 फिल्में जो अगले राउंड के लिए सलेक्ट हुईं…

ब्राजील, आई एम स्टिल हेयर

कनाडा, यूनिवर्सल लैंग्वेज

चेक गणराज्य, वेव्स

डेनमार्क, द गर्ल विद द नीडल

फ्रांस, एमिलिया पेरेज़ (Emilia Pérez)

जर्मनी, द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग (The Seed of the Sacred Fig)

आइसलैंड, टच

आयरलैंड, नीकैप

इटली, वर्मीग्लियो

लातविया, फ्लो

नॉर्वे, आर्मंड (Armand)

फिलिस्तीन, फ्रॉम ग्राउंड ज़ीरो

सेनेगल, दाहोमी

थाईलैंड, हाउ टू मेक मिलियन्स बिफोर ग्रैंडमा डाइस

यूनाइटेड किंगडम, संतोष

लापता लेडीज ने की कितनी कमाई?

लापता लेडीज 1 मार्च 2024 को रिलीज हुई थी. इसमें नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, रवि किशन, स्पर्श श्रीवास्तव अहम रोल में दिखे. फिल्म को क्रिटिक्स और पब्लिक ने बेशुमार प्यार दिया. रूरल इंडिया पर सेट ये फिल्म दो दुल्हनों की कहानी है जिनकी ट्रेन में अदला-बदली हो जाती है. किरण राव की ये फिल्म कई सामाजिक मुद्दों पर चोट करती है. 5 करोड़ के बजट में बनी मूवी का इंडिया नेट कलेक्शन 20.58 करोड़ है. वहीं वर्ल्डवाइड फिल्म ने 27.06 करोड़ का बिजनेस किया.

क्या है फिल्म 'संतोष' की कहानी?

मूवी में शहाना गोस्वामी पुलिस अफसर के रोल में हैं. सुनीता राजवार, संजय बिश्नोई, कुशाल दुबे, नवल शुक्ला और प्रतिभा अवस्थी भी अहम रोल में हैं. 'संतोष' कहानी है विधवा (शनाया गोस्वामी) की, जिसे पति की मौत के बाद उसकी जगह पुलिस कॉन्स्टेबल की नौकरी मिलती है. पुलिस की नौकरी तो मिल जाती है, लेकिन उसे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. शनाया को एक यंग लेडी की हत्या का केस सुलझाने को मिलता है. इसी के इर्द-गिर्द फिल्म की कहानी घूमती है.