भोपाल

प्रदेश ने एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और इसके अंतर्गत संक्रामक बीमारियों के विषय में तत्काल सूचना प्राप्त कर नियंत्रण और रोकथाम के उद्देश्य से आईएचआईपी (इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन प्लेटफार्म) में उत्कृष्ट कार्य किया है। साथ ही कोविड महामारी की रोकथाम में भी प्रशंसनीय कार्य किया है। इस उपलब्धि पर स्टेट सर्विलांस यूनिट, मध्यप्रदेश को आज राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया।

नई दिल्ली में आज हुई आईडीएसपी की राष्ट्रीय समीक्षा बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आईडीएसपी के उप संचालक डॉ. योगेश कौरव और डॉ. एम.पी.एस. चौहान को सम्मान-पत्र प्रदान किया।

उप संचालक आईडीएसपी डॉ. योगेश सिंह कौरव ने बैठक में आईडीएसपी अंतर्गत कोरोना काल में किये गये कार्य और 5 अप्रैल, 2021 से प्रारंभ की गई आईएचआईपी प्रोजेक्ट की मध्यप्रदेश में स्थिति का प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने संक्रामक बीमारी के विषय में तत्काल सूचना प्राप्त कर नियंत्रण और रोकथाम के लिये किये गये कार्यों, नवाचार और प्रयासों की जानकारी दी।

बैठक में आईएचआईपी कार्यक्रम में पहले ही चरण में एक अक्टूबर, 2021 को पूरी तरह पेपरलेस करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश की सराहना की गई। केन्द्र सरकार के आईएचआईपी संयुक्त संचालक डॉ. हिमांशु चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पहले चरण में आईडीएसपी के अंतर्गत संक्रामक बीमारियों की पहचान, बचाव और रोकथाम से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी को आईएचआईपी में पेपरलेस करने में सफल हुआ है। देश का यह पहला राज्य है, जिसने बहुत कम समय में यह उपलब्धि प्राप्त की है। उन्होंने अन्य राज्यों से आईएचआईपी में पेपरलेस बनने में मध्यप्रदेश का अनुसरण करने के लिये कहा।