जम्मू
जय बाबा बर्फानी, भूखे को अन्न-प्यासे को पानी। यह जयघोष वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान अक्सर सुनने को मिलते हैं और इसे चितार्थ करते है बाबा बर्फानी के वो भक्त जो न दिन देखते है और न रात, हर पल बाबा बर्फानी के दर्शनों की अभिलाषा लेकर निकले श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे रहते हैं। बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सेवा समितियां लंगर स्थापित करती है जिनमें दिन भर श्रद्धालुओं की सेवा होती है। इस बार दो साल के बाद वार्षिक अमरनाथ यात्रा शुरू हुई है, लिहाजा श्रद्धालुओं में तो उत्साह है ही, लंगर समितियां भी पूरे जोश के साथ सेवा करने में जुट गई है। अगर अकेले जम्मू जिले की ही बात करें तो जिले में श्रद्धालुओं के लिए इस बार 31 लंगर लग रहे हैं। अधिकांश लंगर वहां लगाए जा रहे हैं, जहां श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी लंगरों की व्यवस्था की गई है।

बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए लंगर लगाने वालों में काफी संख्या में जम्मू की स्थानीय समितियां व संगठन भी शामिल है। इनमें से कुछ पुराने है ताे कुछ पहली बार लंगर का आयोजन कर रहे हैं। इन लंगरों में सुबह की चाय से लेकर दोपहर का भोजन, शाम का चाय-नाश्ता व रात का खाना परोसा जाएगा। इन लंगरों में श्रद्धालुओं को देश के विभिन्न हिस्सों के लजीज व्यंजन तो परोसे ही जाएंगे, जम्मू के डोगरा व्यंजन भी नियमित रूप से तैयार किए जाएंगे। इन लंगरों में सुबह-शाम भगवान शिव की आरती के अलावा कुछ लंगरों में शाम को कलाकार शिव महिमा का प्रदर्शन भी करेंगे।