नई दिल्ली

भारत ने आयरलैंड को डबलिन में खेले गए दूसरे टी20 में 33 रनों से धूल चटाकर तीन मैच की इस सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। टीम इंडिया की इस जीत के हीरो तो रिंकू सिंह रहे जिन्होंने 21 गेंदों पर 38 रनों की तूफानी पारी खेली। मगर आखिरी ओवरों में उनको शिवम दुबे का भी भरपूर साथ मिला जिस वजह से वह मैच को पलटने में कामयाब रहे। एक समय ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया 160-170 तक ही पहुंच पाएगी, मगर रिंकू और दुबे के कहर के चलते भारत बोर्ड पर 185 रन लगाने में कामयाब रहा। इन कुछ अतिरिक्त रनों का दबाव मेजबानों पर पड़ा और वह निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 152 ही रन बना सकी। बता दें, भारत ने अपनी पारी के आखिरी दो ओवर में कुल 42 रन बटोरे थे। यह टीम इंडिया द्वारा 19वें और 20वें ओवर में बनाए गए दूसरे सर्वश्रेष्ठ रन है। आइए जानते हैं कैसे रिंकू और दुबे ने पलटा मैच।

भारत का स्कोर 18वें ओवर के बाद 4 विकेट के नुकसान पर 143 रन था। उस समय रिंकू सिंह 15 गेंदों पर 15 और शिवम दुबे 11 गेंदों पर 7 रन बनाकर संघर्ष कर रहे थे। दोनों बल्लेबाज पूरी ताकत से शॉट्स तो लगा रहे थे, मगर गेंद उनके बैट पर अच्छे से चढ़ नहीं रही थी। इससे पिछले तीन ओवर में भारत ने 14 ही रन बनाए थे। ऐसे स्थिति में लग रहा था कि भारत आखिरी दो ओवरों में 160-65 के स्कोर तक भी पहुंच जाए तो काफी होगा।

मगर टीम इंडिया के लिए आखिरी दो ओवर मैच चेंजिंग साबित हुए जब रिंकू सिंह और शिवम दुबे के बल्ले से रनों की बरसात होने लगी। रिंकू ने 19वें ओवर में सबसे पहले मैकार्थी का रिमांड पर लिया। मैकार्थी इससे पहले काफी किफायती गेंदबाजी कर रहे थे, उन्होंने अपने पहले तीन ओवर में 14 रन खर्च कर दो विकेट चटकाए थे।

मैकार्थी की दूसरी गेंद रिंकू सिंह के बल्ले का किनारा लेकर थर्ड मैन की दिशा में बाउंड्री के पार गई। रिंकू ने इस गेंद पर हाथ खोलते हुए जोर से बल्ला चलाया था। इसके बाद उन्होंने अगली ही गेंद पर सामने की तरफ छक्का लगाकर ऐलान कर दिया कि उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आगमन हो चुका है। मैकार्थी दो गेंदों पर 10 रन खाने के बाद बैकफुट पर थे। दबाव में उन्होंने अगली दो गेंदें वाइड डाली, इसके बाद उन्होंने फील्ड में थोड़ा बदलाव किया, मगर उनकी किस्मत नहीं बदली। चौथी हाफ वॉली गेंद को रिंकू ने इस बार कवर्स की दिशा में बाउंड्री के बाहर पहुंचाकर 6 रन बटोरे। 19वें ओवर में भारत ने 3 बाउंड्री के साथ 22 रन बटोरे।

19वें ओवर के बाद रिंकू सिंह 19 गेंदों पर 32 रन और शिवम दुबे 13 गेंदों पर 9 के निजी स्कोर पर थे। रिंकू ने तो अपना काम कर दिया था, अब बारी दुबे की थी। बाएं हाथ के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने भी आखिरी ओवर में रंग बदला। मार्क अडायर की पहली दो गेंदों पर बैक टू बैक दो छक्के लगाकर 12 रन बटोरे। तीसरी गेंद पर दुबे ने सिंगल लिया तो अगली गेंद को रिंकू ने सीमा रेखा के पार पहुंचाया। भारत ने 19वें ओवर में 22 रन बटोरने के बाद 20वें ओवर से 20 रन बटोरे।

यह टी20 क्रिकेट के इतिहास में भारत द्वारा आखिरी 2 ओवर में जोड़े गए दूसरे सर्वाधिक रन थे। इंग्लैंड के खिलाफ 2007 टी20 वर्ल्ड कप में भारत ने 19वें और 20वें ओवर में कुल 47 रन बनाए थे।

T20I मैच के अंतिम 2 ओवरों में भारत द्वारा सर्वाधिक रन

47 रन- IND vs ENG, 2007
42 रन- IND बनाम IRE, 2023*
42 रन- IND vs WI, 2022