व्‍यक्ति का भाग्‍य  उसकी कुंडली के ग्रहों और हाथ की रेखाओं से पता चलता है. हस्‍तरेखा शास्‍त्र के मुताबिक शनि पर्वत  भाग्य का स्वामी होता है. इसकी स्थिति और इस पर बनी रेखाएं, इस तक आने वाली रेखाएं व्‍यक्ति के भाग्‍य के बारे में कई राज खोलती हैं. इसके अलावा यह व्‍यक्ति के जीवन में होने वाली दुर्घटनाओं, बीमारियों के बारे में भी बताता है. शनि पर्वत हाथ की सबसे बड़ी उंगली के नीचे होता है. आज हम शनि पर्वत की रेखाओं-चिह्नों के जरिए भविष्‍य के बारे में जानते हैं.

शनि पर्वत बताता है भाग्‍य

– शनि पर्वत पर वर्ग या चौकोर आकृति शुभ होती है. ऐसे लोगों की जिंदगी में संकट आ जाए तो भी यह उससे साफ बच निकलते हैं.

– वहीं शनि पर्वत पर तारे का निशान बड़ी दुर्घटना, बीमारी होने का संकेत देता है. ऐसी स्थिति जातक के जेल जाने के योग भी बनाती है.

– शनि पर्वत पर यदि क्रॉस का निशान हो तो ऐसे लोग बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं या उनकी असमय मौत भी हो सकती है.

– जिन जातकों के हाथ में शनि पर्वत पर कोई खड़ी रेखा हो वे खुद तो भाग्‍यशाली होते ही हैं, साथ ही अपने करीबियों के लिए भी भाग्‍यशाली साबित होते हैं.

– शनि पर्वत पर 2 खड़ी रेखाओं का होना मेहनत और संघर्ष का संकेत देता है लेकिन ऐसे जातकों को सफलता जरूर मिलती है.

– शनि पर्वत पर सीढ़ीनुमा संरचना हो तो व्‍यक्ति ऊंचा मुकाम पाता है और बेहद अमीर बनता है.

– ऐसे जातक जिनके हाथ में शनि पर्वत पर त्रिशूल का निशान बने वे भगवान शिव के विशेष कृपा पात्र होते हैं और कम उम्र में ही आसानी से बड़ी सफलता पा लेते हैं.