नई दिल्ली,

जापान से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. ऑटोमोबाइल की दुनिया में अपनी अलग और दिग्गज पहचान रखने वाली दो कंपनिया (होंडा और निसान) अब एक साथ हाथ मिलाने की तैयारी में हैं. ग्लोबल मार्केट के अलावा घरेलू बाजार में चीनी और अमेरिकी कंपनियों ख़ास तौर पर टेस्ला और बीवाईडी से मुकाबला करने के लिए होंडा और निसान एक बड़े मर्जर पर विचार कर रहे हैं.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, होंडा और निसान के बीच संबंधों को और भी बेहतर बनाने के लिए लगातार बातचीत चल रही है. दोनों कंपनियां कई अलग-अलग पहलुओं पर विचार कर रही हैं जिसमें एक संभावित विलय भी शामिल है. यदि दोनों कपनियां एक साथ आती हैं तो ये ज्वाइंट वेंचर दुनिया की तीसरी सबसे बड़े ऑटो ग्रुप के रूप में उभर सकता है.

यदि होंडा और निसान की ये साझेदारी मूर्तिरूप लेती है तो ज्वाइंट वेंचर ऑटो वर्ल्ड को एक नया स्ट्रक्चर देगा. होंडा और निसान के संयुक्त विलय से 54 बिलियन डॉलर की कंपनी बनेगी, जिसका वार्षिक उत्पादन 7.4 मिलियन वाहनों का होगा. जिससे यह टोयोटा और फॉक्सवैगन के बाद वाहन बिक्री के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबइल ग्रुप बन जाएगा.

होंडा और निसान के बीच बातचीत लंबे समय से चल रही है. इसकी पहली रिपोर्ट जापानी अखबार निक्केई ने दी थी. रिपोर्ट के अनुसार दोनों कंपनियां पूर्ण विलय के अलावा मित्सुबिशी मोटर्स के साथ सहयोग करने के तरीकों पर भी विचार कर रही हैं, जिसमें निसान 24% हिस्सेदारी के साथ टॉप शेयर होल्डर होगा.

होंडा और निसान के मर्जर की खबरों के सामने आते ही ग्लोबल मार्केट में दोनों कंपनियों के शेयरों में भारी बदलाव देखने को मिला. जहां निसान के शेयरों में तकरीबन 24% तक उछाल देखा गया वहीं होंडा के शेयरों ने 3% का गोता लगाया. बता दें कि, होंडा की मार्केट वैल्यू 43 बिलियन डॉलर है जो कि निसान के मुकाबले चार गुना ज्यादा है.

हालांकि अभी इस मामले में होंडा, निसान या मित्सुबिशी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया गया है. होंडा, निसान और मित्सुबिशी ने कहा कि किसी भी कंपनी ने किसी सौदे की घोषणा नहीं की गई है. इसके अलावा फ्रांसीसी वाहन निर्माता रेनॉल्ट (RENA.PA), जो निसान का एक प्रमुख शेयर होल्डर है उसने भी इस बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं किया है.