कोलकाता
 दैनिक उपयोग के घरेलू सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनियों की राजस्व वृद्धि चालू वित्त वर्ष में 7-9 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है।

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने  रिपोर्ट जारी कर कहा कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) में अपेक्षित राजस्व वृद्धि को बिक्री की मात्रा बढ़ने से समर्थन मिलेगा। इसमें ग्रामीण मांग के पुनरुद्धार और स्थिर शहरी मांग का विशेष योगदान होगा। वित्त वर्ष 2023-24 में एफएमसीजी क्षेत्र की अनुमानित वृद्धि पांच से सात प्रतिशत थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि खाद्य एवं पेय (एफ एंड बी) खंड के लिए प्रमुख कच्चे माल की कीमतों में मामूली वृद्धि के साथ बिक्री एकल अंक में बढ़ने का अनुमान है।

हालांकि, व्यक्तिगत देखभाल और घरेलू देखभाल क्षेत्रों के लिए प्रमुख कच्चे माल की कीमतें स्थिर रहने की संभावना है।

क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक रवींद्र वर्मा ने कहा, ‘उत्पाद खंडों और फर्मों के लिए राजस्व वृद्धि अलग-अलग होगी। ग्रामीण मांग में सुधार से इस वित्त वर्ष में एफएंडबी खंड में आठ-नौ प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। व्यक्तिगत देखभाल खंड में छह से सात प्रतिशत और घरेलू देखभाल में आठ से नौ प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।’

रिपोर्ट में कहा गया है कि एफएमसीजी कंपनियां अधिग्रहण अवसरों पर नजर बनाए रखेंगी, जिससे उन्हें उत्पाद पेशकश का विस्तार करने में मदद मिलेगी।