इंदौर
भोपाल में 24 व 25 फरवरी को आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का जायका महकने वाला है। समिट में आने वाले मेहमानों को इंदौर के सराफा चौपाटी के रबड़ी, मालपुए, गराडू और पेटिस का स्वाद मिलेगा। इसके अलावा इस आयोजन में सैलाना के रायल हाउस की मोती के दाने की डिश व भोपाल के रायल किचन ऑफ नवाब का पनीर कोरमा भी परोसा जाएगा। समिट में आने वाले मेहमानों के प्रदेश के अलग-अलग शहरों के प्रसिद्ध व्यंजनों का स्वाद मिल सके, इसलिए पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं।
फूड जोन तैयार किया जा रहा
समिट में एक विशेष फूड जोन भी तैयार किया जा रहा है। इसमें इंदौर की सराफा चौपाटी की तर्ज पर ‘मिनी सराफा’ तैयार किया जाएगा। इसमें इंदौर की सराफा चौपाटी में 60 से 65 साल से व्यंजनों की दुकान लगाने वाले कुछ आउटलेट के प्रतिनिधि अपने स्टाल लगाएंगे। इस चौपाटी में व्यंजनों की दुकान लगाने वाले राम गुप्ता, नटवर नेमा, भावेश सोमानी व सुशांत कोहली कुछ डिश इंदौर से तैयार कर भोपाल लेकर जाएंगे। वहीं कुछ लोग अपने कर्मचारियों के साथ मौके पर ही व्यंजन तैयार करेंगे।
समिट में होगा 'मिनी सराफा'
रबड़ी, मालपुआ, गुलाब जामुन, घेवर, फालूदा, कुल्फी, जामुन शाट्स, माकटेल, कोल्ड काफी, गराडू व कोकोनट क्रश, मसाला डोसा और डोसे की अन्य वैरायटी, भुट्टे का किस, दही बड़ा, गराडू की चाट, सराफा के खोपरा पेटिस।
मेहमानों को परोसे जाएंगे ये खास व्यंजन
बुंदेलखंड के दाल-बाफले, रायल किचन आफ नवाब, भोपाल का पनीर कोरमा, इंदौर का सब्ज पुलाव, बफुरी (क्रिस्पी फ्राइड केक), घुइया (अर्बी) की सब्जी, नर्मदापुरम की मावाबाटी, मुरैना की गजक, रायल हाउस ऑफ सैलाना के मोती के दाने। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) स्थल पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री जोन बनाया जा रहा है। यहां सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग नहीं होगा। मेहमानों के लिए पानी कांच की बोतल या फिर कागज के गिलास में उपलब्ध करवाया जाएगा। जगह-जगह पानी की केन (कैंपर) रखे जाएंगे।
मध्य प्रदेश की सांस्कृति विशेषताएं दिखेंगी
पानी पीने के लिए कागज के कप उपयोग में लाए जाएंगे। बड़े-बड़े टीवी स्क्रीन में मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक, प्राकृतिक और भौगोलिक विशेषताएं दिखाई जाएंगी। जीआईएस में डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर की झलक देखने को मिलेगी। जीआईएस राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से आज की प्रगति तक की यात्रा को प्रदर्शित करेगा। इस तरह रहेगी बैठक व्यवस्था मुख्य कार्यक्रम में इस बार मंच पर कोई नहीं बैठेगा। दीर्घा की पहली पंक्ति में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बैठेंगे।
उनके अगल-बगल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, दो उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल व जगदीश देवड़ा और फिर देश के बड़े उद्योगपतियों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। इस पंक्ति के पीछे 30-30 लोगों के बैठने के लिए चार क्यूब प्रस्तावित हैं। तीस लोगों के क्यूब के पीछे फिर बाकी लोग बैठेंगे।