देवास जिले में जनजाति वर्ग के हित में की गई कार्यवाही से आयोग संतुष्ट: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य
दोषी अधिकारियों के विरूद्ध होगी कार्यवाही

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन के पश्चात आयोग का देवास दौरा निरस्त

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से  राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आर्य को देवास जिले के घटनाक्रम और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम से अवगत कराया। आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन से संतुष्ट होकर वे एक जुलाई को प्रस्तावित अपना देवास जिले का दौरा निरस्त कर रहे हैं।

आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा कि आयोग ने देवास जिले में जनजातीय वर्ग के लोगों के मकान हटाए जाने की घटना पर संज्ञान लिया था। इसे ध्यान में रखते हुए वे नई दिल्ली से मध्यप्रदेश प्रवास पर आए और इस संदर्भ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट की है। आर्य ने कहा कि घटना पर विस्तृत चर्चा के पश्चात इस बात से संतुष्ट हूं कि इस संबंध में संवेदनशील और समुचित कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह और वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम को देवास जिला भेजा गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और सरकार ने आवश्यक सुझाव उन्हें मान्य किए हैं। इस बात पर भी सहमति हुई है कि इस तरह की कोई घटना भविष्य में न हो इसका ध्यान विभिन्न पक्षों द्वारा रखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि जनजातीय वर्ग का हित सुनिश्चित किया जाएगा।

दोषी अधिकारियों को बख्शेंगे नहीं

आर्य ने बताया मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि इस प्रकरण में किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। जनजातीय वर्ग के हितों की रक्षा और उनका समग्र कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।