आष्टा

 आष्टा विधायक गोपालसिंह इंजीनियर निजी कार्य हेतु गुजरात दौरे के दौरान आज गुजरात की राजधानी गांधीनगर पहुचे । गांधीनगर में साबरमती नदी के किनारे स्तिथ पूज्य बापू महात्मा गांधी के निवास जिसे अब साबरमती आश्रम कहा जाता है वहा पहुचे ।

विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने साबरमती आश्रम में चरखा चलाया,आश्रम में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सूत की माला पहना कर बापू को नमन किया ।
साबरमती आश्रम भारत के गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर के समीप साबरमती नदी के किनारे स्थित है। सत्याग्रह आश्रम की स्थापना सन् 1915 में अहमदाबाद के कोचरब नामक स्थान में महात्मा गांधी द्वारा हुई थी। सन् 1917 में यह आश्रम साबरमती नदी के किनारे वर्तमान स्थान पर स्थानांतरित हुआ और तब से साबरमती आश्रम कहलाने लगा। गुजरात के गांधीनगर में साबरमती नदी के किनारे स्तिथ साबरमती आश्रम भारत की स्वतंत्रता के आंदोलनों के मुख्य केंद्रों में से एक केंद्र था । साबरमती आश्रम से ही सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत हुई थी,इस ही आश्रम से गांधी जी ने 241 मील लंबी दांडी यात्रा शुरू की थी ।

साबरमती आश्रम पहुचे विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने सभी कक्षो को देखा, जानकारी ली एवं अतिथि विजिट बुक में अपना मत अंकित किया । यहा के बाद विधायक गांधीनगर में स्तिथ सुप्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर पहुचे,इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने वाली नक्काशी ओर अलंकरणों से सुसज्जित है, जिसे देखा एवं विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने इस्कॉन मंदिर में  भगवान कृष्ण जी के के दर्शन किये एवं गौशाला में गौमाता की सेवा कर उनका पूजन किया ।