नई दिल्ली

कांग्रेस को गुरुवार को फिर बड़ा झटका लगा। वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वी मुरलीधरन और केरल भाजपा के प्रमुख के सुरेंद्रन की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। खास बात है कि उन्होंने बीबीसी की डॉक्युमेंट्री 'Modi: The India Question' पर आपत्ति के बाद हुए विवाद के बाद कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ नेता जयराम रमेश कई कांग्रेस दिग्गजों पर निशाना साधा था।

कौन हैं अनिल एंटनी
अनिल कांग्रेस दिग्गज एके एंटनी के बेटे हैं। उनके पिता कांग्रेस सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं 2014 चुनाव में हार के बाद मंथन की जिम्मेदारी इन्हें ही मिली थी और इनकी तैयार की गई रिपोर्ट को एके एंटनी रिपोर्ट कहा गया था। बीते साल कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के दौरान एके एंटनी का नाम पर भी चर्चाओं की खबरें थी।

पार्टी के सोशल मीडिया और डिजिटल संचार विभाग के राष्ट्रीय संयोजकों में से एक अनिल को लेकर कहा जाता है कि वह कभी भी मुख्यधारा की राजनीति का हिस्सा नहीं रहे। साथ ही उन्हें तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर का भी काफी करीबी माना जाता है। त्यागपत्र में भी उन्होंने मार्गदर्शन के लिए थरूर का धन्यवाद किया था।

सियासी एंट्री
साल 2000 में तिरुवनंतपुरम के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बीटेक की डिग्री लेने के बाद उन्होंने मास्टर्स डिग्री स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से हासिल की। साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी राजनीति में एंट्री हुई। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान उन्होंने केरल में कांग्रेस का डिजिटल मीडिया कॉर्डिनेटर बनाया गया था।

बीबीसी डॉक्युमेंट्री पर क्या कहा?
गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी डॉक्युमेंट्री को लेकर अनिल ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था इससे हमारी संप्रभुता कमजोर होगी। उस दौरान बीबीसी की डॉक्युमेंट्री के प्रसारण पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। जबकि, केरल में ही कांग्रेस ने सार्वजनिक तौर पर प्रसारण की तैयारी कर ली थी।

कांग्रेस में अपने ही लोगों के बीच घिर गए थे अनिल एंटनी

दरअस अनिल एंटनी ने ट्वीट कर लिखा था कि बीजेपी के साथ तमाम मतभेद हैं, लेकिन इसके बावजूद इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी. अनिल एंटनी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था. पीएम मोदी को घेरने में जुटी कांग्रेस के नेता अनिल पर ये ट्वीट डिलीट करने के लिए दबाव बना रहे थे. तभी उन्होंने कांग्रेस से ही इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली.