नई दिल्ली

 एयर इंडिया 100 से अधिक विमानों में बदलाव करेगी, जिनमें 40 बड़े आकार के विमान शामिल हैं।

कंपनी के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने  कहा कि बेड़े में सुधार के लिए उसने करीब 25,000 विमान सीट का ठेका दिया है।

विल्सन ने एयर इंडिया में बदलाव के तहत ‘‘बहुत सी चीजें’’ जारी होने की बात पर जोर दिया और कहा कि एकीकरण, वृद्धि, अनुकूलन और ग्राहक अनुभव पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

टाटा समूह अपने विमानन व्यवसाय को मजबूत करने के लिए एआईएस कनेक्ट (पूर्व नाम एयरएशिया इंडिया) का एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ और विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय कर रही है।

एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक ने यहां ‘सीएपीए इंडिया एविएशन समिट’ में कहा कि समूह में ‘‘ अत्यधिक जुझारुपन ’’ है, चाहे वह पूर्ण या कम लागत वाली सेवाएं हों….और ‘‘ हम अच्छी स्थिति में हैं। ’’

उन्होंने कहा कि एयर इंडिया 100 से अधिक विमान में सुधार करेगी और विमानों में नवीनीकरण के लिए करीब 25,000 सीट का ठेका भी दिया गया है।

एयरलाइन उद्योग की लागत के बारे में विल्सन ने कहा कि हवाई किराए समग्र मुद्रास्फीति की तुलना में कम ही रहे हैं।

स्पाइसजेट की अगले कुछ महीनों में 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाने की योजना: एयरलाइन प्रमुख

विमानन कंपनी स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह ने  कहा कि एयरलाइन अपना परिचालन बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है और अगले कुछ महीनों में वह करीब 25 करोड़ डॉलर जुटाएगी।

एयरलाइन पट्टादाताओं और ऋण संबंधी समस्याओं सहित अनेक चुनौतियों में घिरी है।

सिंह ने कहा कि एयरलाइन को अचानक सामने आई समस्याओं और उसके प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘स्पाइसजेट को खत्म करना मुश्किल है…और हम समस्याओं से निपटने के प्रयास कर रहे हैं।’’

सिंह ने कहा कि एयरलाइन का बही-खाता अगली दो तिमाहियों में ठीक हो जाएगा।

सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘सीएपीए इंडिया एविएशन समिट’ में कहा, ‘‘एयरलाइन की अगले कुछ महीनों में 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाने की योजना है और इसका भविष्य काफी उज्ज्वल है।’’

कंपनी ने वर्तमान में कुछ विमानों को पट्टे पर दिया है, क्योंकि विभिन्न कारणों से उसके कई विमान उड़ान नहीं भर पा रहे।

एयरलाइन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सिंह ने कहा, ‘‘हम अपने बेड़े का विस्तार करेंगे।’’

सिंह ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत में विमानन केंद्र हो और इस संबंध में ‘‘ हमें हर संभव कदम उठाने की जरूरत है। ’’

 

नई सरकार प्रौद्योगिकी क्षेत्र में पिछली सफलता को आगे बढ़ाएगी, नई पहल भी की जाएंगी: आईटी सचिव

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के तीसरे कार्यकाल के लिए सरकार बनाने के साथ ही प्रौद्योगिकी पहल की गति भी बरकरार रहने की उम्मीद है।

सूचना प्रौद्योगिकी सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय योजना के अनुसार कई नई पहल शुरू करेगा। साथ ही पिछली सफलताओं और परिणामों की विरासत को आगे बढ़ाएगा।

‘सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया’ (एसटीपीआई) के एक कार्यक्रम के अवसर पर कृष्णन ने कहा कि मंत्रालय ने ‘‘ कई पहलों की योजना बनाई है और उन पर विचार जारी है। नई सरकार के आने के बाद उन पर काम शुरू किया जाएगा।’’

डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (डीपीडीपी) नियमों और डिजिटल इंडिया विधायी ढांचे को आकार देने का काम तेजी से जारी रहने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘जो कुछ हमारे पास है वह जारी रहेगा….’’

प्रस्तावित डिजिटल इंडिया कानून की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि हम इसे कैसे आकार देते हैं… यह अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी कि यह क्या आकार लेगा।’’

यह कानून एआई जैसी नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों से सुरक्षा प्रदान करेगा और नियामक दृष्टिकोण को परिभाषित करेगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय अपने एजेंडे को आगे बढ़ाएगा तथा पिछली सफलताओं को आगे ले जाएगा।