नई दिल्ली

देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में से एक रिलायंस समूह में अगली पीढ़ी को कमान देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी क्रम में आकाश अंबानी को रिलायंस जियो के बोर्ड का चेयरमैन बनाकर उनका राजतिलक हो गया है। कंपनी के निदेशक मंडल की 27 जून को हुई बैठक में गैर-कार्यकारी निदेशक आकाश को चेयरमैन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी की तीन संतानें हैं, जिनमें आकाश एवं ईशा जुड़वा भाई-बहन हैं जबकि अनंत अंबानी सबसे छोटे हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अंबानी अपने खुदरा कारोबार को बेटी ईशा को सौंप सकते हैं।
 

समूह के तीन प्रमुख कारोबार

-रिलायंस समूह तेल रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल, खुदरा कारोबार और डिजिटल सेवाओं में सक्रिय है
-खुदरा और डिजिटल सेवा कारोबार के लिए अलग-अलग पूर्ण-स्वामित्व वाली कंपनियां बनाई गई हैं

-तेल और रसायन और ऊर्जा कारोबार आरआईएल के अधीन संचालित किया जाता है

नई पीढ़ी में कौन-कहां

1. आकाश अंबानीः जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, सावन मीडिया, जियो इन्फोकॉम, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में शामिल हैं। वर्ष 2019 में श्लोका मेहता से शादी की।

2. ईशा अंबानीः येल और स्टेनफोर्ड से पढ़ाई की। 2015 में फैमिली बिजनेस जॉइन किया। जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में शामिल हैं।
-दिसंबर 2018 में ईशा की शादी कारोबारी अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से हुई।

3. अनंत अंबानीः अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। रिलायंस न्यू एनर्जी, रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी, रिलायंस O2C, जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड में शामिल हैं।

 
28 दिसंबर 2021 को धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर मुकेश अंबानी ने कहा था, 'युवा पीढ़ी अब लीडरशिप की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। अब मैं उत्तराधिकार की प्रक्रिया को तेज करना चाहता हूं। हमें नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहिए। उन्हें सक्षम बनाना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और बैठकर तालियां बजानी चाहिए। उन्होंने कहा था, 'मैं हर दिन रिलायंस के लिए बच्चों के जुनून, कमिटमेंट और समर्पण को देख और महसूस कर सकता हूं। मैं उनमें वही आग और काबिलियत देखता हूं, जो मेरे पिता के पास लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए थी। समय आ गया है कि इस बड़े अवसर का लाभ उठाकर रिलायंस के भविष्य के विकास की नींव रखी जाए।

बोर्ड में इन्हें भी मिली जगह:
-रामिंदर सिंह गुजराल और केवी चौधरी को अतिरिक्त निदेशक बनाने की मंजूरी
-दोनों को कार्यकाल पांच वर्षों के लिए स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया
-पंकज मोहन पवार को रिलायंस जियो का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाने का फैसला