नई दिल्ली

अडानी ग्रुप (Adani group) को नए प्रोजेक्ट के लिए फंड की जरूरत है! इसी वजह से समूह अपनी गैर-जरूरी रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज को बेच सकता है। समूह ने ऐसी कुछ संपत्तियों की पहचान भी कर ली है। इस लिस्ट में कुछ और प्रॉपर्टीज का नाम बढ़ाने के लिए ग्रुप लगातार प्रयास कर रहा है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप इन प्रॉपर्टीज से इकट्ठा किए गए पैसों का उपयोग रियल एस्टेट बिजनेस में करेगा।

रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप जिन प्रॉपर्टीज को बेच सकता है उसमें बीकेसी भी एक है। यह कॉमर्शियल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट है। जोकि मुंबई के प्राइम लोकेशन पर है। जहां मल्टीनेशनल और इंडियन कॉरपोरेट जायंट्स मौजूद हैं। रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप अपनी इस प्रॉपर्टीज को बेचने के लिए बायर्स के साथ बातचीत शुरू कर दिया है। प्राइमरी लेवल पर इस प्रॉपर्टी की कीमत 650 करोड़ रुपये बताई जा रही है। हालांकि, ग्रुप की तरफ से इसको लेकर कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है।
 
ACC की कुछ प्रॉपर्टीज को बेच सकता है ग्रुप
अडानी ग्रुप अपनी होल्डिंग कंपनियों के प्रॉपर्टीज को भी बेच सकता है। रिपोर्ट के अनुसार समूह एसीसी लिमिटेड के 16 एकड़ प्रॉपर्टी को भी फंड इकट्ठा करने के लिए बेच सकता है। यह प्रॉपर्टी मुंबई के थाणे जिले में है। बता दें, पिछले साल अडानी ग्रुप ने एसीसी लिमिटेड और अम्बुजा सीमेंट को खरीदा था। अडानी ग्रुप ने तेजी के साथ वेस्टर्न इंडिया में कॉमर्शियल और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को डेवलप कर रहा है। इसके अलावा अडानी ग्रुप ने धारवी के रिडेवलपमेंट भी करना है। जिसमें शुरुआती इनवेस्टमेंट 5069 करोड़ रुपये है। बता दें, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को गहरी चोट पहुंचाई थी। जिसकी वजह से कई प्रोजेक्ट प्रभावित हुए हैं।