देहरादून.
ओएनजीसी चौक पर बेलगाम इनोवा कार की दुर्घटना में छह युवाओं की मौत के तीन दिन बाद पुलिस ने दावा किया है कि दुर्घटना से पहले युवाओं की कार शहर में पुलिस चेकपोस्टों पर सामान्य गति से गुजरी थी। पुलिस ने यह दावा भी किया है कि युवाओं की कार की गति बल्लूपुर चौक के बाद तेज हुई थी। पुलिस ने शहर के विभिन्न मार्गों पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर यह दावा किया है। दावा है कि दुर्घटना से पूर्व राजपुर रोड, सहारनपुर चौक, कांवली रोड, बल्लीवाला से बल्लूपुर तक इनोवा कार जबकि किशननगर चौक से ओएनजीसी चौक की ओर कंटेनर साधारण गति से जाता हुआ दिखा है।

हालांकि, पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर रही कि सहारनपुर चौक व कांवली रोड की फुटेज दुर्घटना से कुछ देर पहले की है, या फिर उस समय की, जब इनोवा सवार युवा अपने कांवली रोड और जीएमएस रोड निवासी दो दोस्तों को पार्टी में ले जाने के लिए दुर्घटना से तीन घंटे पहले आए थे।

दुर्घटना के सभी कारणों की विस्तृत जांच की जा रही
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सोमवार देर रात ओएनजीसी चौक पर हुई वाहन दुर्घटना में दुर्घटना के सभी कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। जांच के दौरान पुलिस को दुर्घटना से पहले इनोवा कार के शहर में घूमने की महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुई हैं। इसमें इनोवा राजपुर रोड से सहारनपुर चौक पहुंची और कांवली रोड होते हुए बल्लीवाला-जीएमएस रोड से बल्लूपुर गई।

इन सभी मार्गों पर वाहन पुलिस चेकपोस्ट से गुजरते हुए इनोवा की गति साधारण रही। हालांकि, पुलिस दुर्घटना के बाद मंगलवार को दावा कर रही थी कि इनोवा राजपुर रोड, घंटाघर, चकराता रोड, बिंदाल होते हुए बल्लूपुर की ओर गई थी। दावा यह भी किया था कि संभवत: पुलिस चेकिंग से बचने के लिए युवाओं ने वैकल्पिक मार्ग उपयोग किया हो, लेकिन अब तीन दिन बाद पुलिस ने नई कहानी गढ़ दी है। पुलिस ने दावा किया कि दुर्घटना से पूर्व बल्लूपुर से ओएनजीसी चौक के बीच इनोवा की गति बेलगाम थी।

हालांकि, पुलिस अपनी कहानी को लेकर अभी भी स्पष्ट नहीं है और यह भी कह रही कि दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र घायल सिद्धेश अग्रवाल के बयान के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। बता दें कि, गंभीर रूप से घायल सिद्धेश का सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं, जिस कंटेनर से इनोवा टकराई थी, उसके लिए पुलिस का दावा है कि कंटेनर किशननगर चौक से करीब छह मिनट में डेढ़ किमी की दूरी तय करते हुए ओएनजीसी चौक तक पहुंचा था।

पुलिस फुटेज का समय नहीं कर रही स्पष्ट
कार्यशैली पर उठे तमाम सवालों के तीन दिन बाद पुलिस ने अपने बचाव में सीसीटीवी फुटेज को आधार बना यह दावा तो कर दिया कि इनोवा कार की गति साधारण थी, लेकिन यह गति किस समय साधारण थी, पुलिस इस सवाल का जवाब नहीं दे रही। दरअसल, यह कार सोमवार रात बल्लूपुर चौक से दो बार गुजरी। एक बार रात साढ़े 10 से 11 बजे के करीब, जब कांवली रोड व जीएमएस रोड निवासी दो दोस्तों को लेने आने की बारी थी और दूसरी बार रात डेढ़ बजे के करीब, जब दुर्घटना हुई। जब कार दोस्तों को लेने कांवली रोड गई थी तो उससे पहले यह तिलक रोड भी गई थी, क्योंकि एक दोस्त वहां की रहने वाली थी।

पुलिस पिकेट पर क्यों नहीं हुई वाहन की जांच
पुलिस ने तीन दिन बाद यह दावा जरूर किया कि इनोवा शहर में सामान्य गति से चल रही थी, लेकिन पुलिस इसका जवाब नहीं दे पाई कि जगह-जगह पुलिस पिकेट पर कार को रोका क्यों नहीं गया। कार बिना पंजीयन नंबर-प्लेट के थी और उसमें सात युवा सवार थे। सामान्य तौर पर रात 11 बजे के बाद कोई भी वाहन पुलिस पिकेट से गुजरता है तो पुलिस उसे रोककर चेकिंग करती व चालक से पूछताछ होती है। इसके बाद ही वाहन को आगे जाने दिया जाता है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घायल सिद्धेश के शुक्रवार तक होश में आने की संभावना है, ऐसे में उसके बयान के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी।