नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया टीम ने मेलबर्न में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ बॉक्सिंग टेस्ट मैच के लिए 19 साल के युवा सैम कोंस्टास को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने इस युवा खिलाड़ी पर अपना भरोसा जताया है। 2011 में साउथ अफ्रीका में डेब्यू करने वाले कमिंस ने अपने पदार्पण से पहले के दिनों को याद किया और सैम कोंस्टास से कहा कि 'इस पल का आनंद लें'।

पैट कमिंस ने बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुझे लगता है कि आप हमेशा अच्छा करना चाहते हैं (लेकिन) मैं दूसरे दिन सैम (सैम कोंस्टास) से यह कह रहा था, मुझे याद है कि 18 साल की उम्र में मैं सोच रहा था कि मुझे बहुत अधिक छूट मिली है क्योंकि मैं युवा था। मुझे लगभग ऐसा लगा कि अगर मेरा खेल अच्छा नहीं रहा, तो यह मेरी गलती नहीं होगी।

'चयनकर्ताओं की होगी गलती'
कमिंस ने आगे कहा, अगर मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो इसमें चयनकर्ताओं की गलती होगी क्योंकि उन्होंने एक 18 साल के युवा को टीम में चुना है। मैं सैम से कहना चाहूंगा कि आप अपने करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में कर रहे हैं और यह बॉक्सिंग डे है। इससे बहेतर कुछ नहीं हो सकता, इसलिए बस इस पल का आनंद लें। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, मुझे याद है कि मैं वाकई बहुत उत्साहित था और मुझे लगता है कि इस हफ्ते सैम के लिए भी कुछ ऐसा ही रहने वाला है। आप बस मैदान में जाकर खेलें ठीक वैसे जैसे आप बचपन में खेला करते थे। बिना किसी डर और दबाव के। आप बस खेल को आगे बढ़ाना चाहते हैं और मजे करना चाहते हैं और … इस बारे में ज़्यादा नहीं सोचना चाहते। तो यही सैम को संदेश है। निश्चित रूप से 18 साल की उम्र में मुझे भी ऐसा ही महसूस हुआ। मैं वाकई बहुत उत्साहित था। और एक बार जब खेल शुरू हो जाता है, तो आप गेम मोड में चले जाते हैं।

ऐसा रहा है कोंस्टास का प्रदर्शन
गौरतलब हो कि 19 साल के सलामी बल्लेबाज ने नाथन मैकस्वीनी के बाहर होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई है। सैम कोंस्टास ने अब तक अपने करियर में 11 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 718 रन बनाए हैं। पिछले हफ्ते, युवा खिलाड़ी बिग बैश लीग में डेब्यू पर अर्धशतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बने।