नैनीताल
उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक हो रही बारिश से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में देर रात हुई जोरदार बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा सड़क पर आने लगा। नतीजा कुमाऊं मंडल में कई सड़के बंद हो गईं। वहीं पिथौरागढ़ में उफनाए नाले को पार करने के दौरान व्यापरी बाइक के साथ बह गया। बागेश्वर में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

पिथौरागढ़ जिले सीमा मार्ग सहित 13 मार्ग बंद
मंगलवार की रात जिले भर में बारिश हुई। बेरीनाग में सबसे अधिक 114 एमएम, डीडीहाट में 50 एमएम,पिथौरागढ़ में 49 एमएम और धारचूला में 48.80 एमएम बारिश हुई। काली नदी धारचूला में खतरे के निशान के करीब है। नदी 889.90 मीटर पर बह रही है खतरे का निशान 890 मीटर है घाट में सरयू नदी का जलस्तर 451 मीटर तक पहुच गया है यहां पर चेतावनी लेबल 452 मीटर है।भारी बारिश से तवाघाट लिपुलेख, थल- मुनस्यारी मार्ग सहित तेरह मार्ग बंद है। जिसमे 11 ग्रामीण मार्ग है।

बाइक के साथ नाले में बहा व्यापारी
पिथौरागढ़ के पांखू कोटमन्या मार्ग पर बाह रहे नाले को पार करते समय व्यापारी बाइके साथ बह गया। हादसे में व्यापारी की मौत हाे गई। व्यापारी गणेश पाठक 48 वर्ष निवासी दशौली अपनी बाइक से पांखू कोटमन्या मार्ग पर आ रहा था। पांखू से दो किमी दूर बीती रात्रि की बारिश से देवीगाड़ नाला उफान में था और नाला सड़क पर बहता है। व्यापारी सड़क पर करते समय बाइक समेत बह गया। कुछ मीटर बहकर उसकी मृत्यु हो गई। सूचना पुलिस और प्रशासन को दे दी गई है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।

डेढ घंटे बंद रहा नैनीताल भवाली रोड
नैनीताल में सुबह से हो रही तेज बारिश से नैनीताल भवाली रोड पर भोर में मलबा आ गया। जिससे दोनों तरफ से वाहनों का लंबा जाम लग गया। करीब डेढ़ घंटे के बाद आवागमन बहाल हो सका। तेज बारिश के बीच भवाली रोड कैलाखान से करीब सौ मीटर दूर मलबा आने से सड़क बंद हो गई है। जिससे दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई है। स्कूली वाहन व पर्यटकों के साथ यात्री वाहन फंस गए। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार भवाली रोड करीब साढ़े सात बजे से बंद हो गया। जिसे करीब डेढ घंटे बाद खोला जा सका।

बागेश्वर में मलबे में दबे कार और बाइक
बागेश्वर में भारी बारिश से कई रास्ते बंद हो गए हैं। कपकोट ब्लॉक का असो में स्थापित उपकेंद्र (ANM, फार्मासिस्ट, CHO सेन्टर) बारिश से टूट गया। वही असो फाल्दा सड़क आपदा में बह गई। बारिश से क्षेत्र में नेटवर्क भी ध्वस्त हो गया है। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुलिस ने डुगडुगी बजाकर सो रहे लोगों को घरों से बाहर निकाला। कपकोट उत्तरोडा में एक मकान ध्वस्त हो गया वहीं परिजन बाल बाल बच गए। बाइक, कार भी मलबे में दबे होने की सूचनाहै।