शहडोल
यहां के 15 बार्डो से अलग अलग सैकड़ाभर लोग नगरपरिषद में पार्षद बन विकास के नाम पर मलाई छानने की फिराक में। यहां का आमजनमानस बहरुपिया नेताओं से हो रहा सावधान!
आ गये हैं कुर्ताधारी, घूम रहे पूरी व्योहारी, जनता की तैयारी, बोट से चोंट की बारी! खुद को विकाशपुरुष बता लोगों को बर्गला कर बोट पाने की फिराक में लगे तथाकथित छुटभैया नेता! इस बार के निकाय चुनाव में स्वार्थीतत्वों को आइना दिखाने के मूंड में दिख रही नगरीय क्षेत्र की आमजनता।
ब्योहारी नगरीनिकाय चुनाव का बिगुल बजते ही यहां अचानक सक्रिय हुऐ योग्य, कर्मठ,ईमानदार,मृदुभाषी,मिलनसार,युवा,शिक्षित,प्रत्याशी इनको देख कर जनता हो रही हैरान! इनके चुनावी बादे और दावे बास्तविकता से कोसों दूर!प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद यहां चुनाव मैदान में पत्नी,पुत्री,बहु,भाई स्वयं या किसी निकटसम्बंधी के माध्यम से चुनाव फतह कर मुखिया बनने की फिराक में यहां कुछ स्वार्थीतत्व देखे जा रहे है।इन लोगों के विषय में आमजनता के बीच तरह तरह की चर्चाओ का बाजार गर्म है।
इस बार यहां के चुनावी मैदान में उतरने का मन बनाये लोगों में कुछ चेहरे ऐसे भी है। जो यहां की शासकीय नजूल तथा सार्वजनिक निस्तारण की भूमियों में अबैध कब्जा जमाये हुऐ है।कभी किसी का कोई भला नही किया। दूर दूर तक सामाजिक सरोकार व जनसेवा में भाग नही लिया। और न कभी किसी जरूरतमंद की कोई मदद की। जिनसे खुद का सगा परिवार संतुष्ट नही। जिनकी सोच मात्र रामनाम जपना,पराया माल अपना,की रही।
उन लोगों पर ऐसा चुनावी रंग चढा है की खुद को मृदुभाषी,मिलनसार, ईमानदार,शिक्षित योग्य, लगनशील,कर्मठ,प्रत्याशी घोषित कर लोगों से अपना अमूल्य मत देकर नगरीनिकाय में पार्षद बनाने की अपील सोसलमीडिया के फेशबुक वाटसाप में करते देखे जा रहे है।इन बहरुपिया नेताओं ने यहां के भोलेभाले जनमानस को मूर्ख समझ चुनाव में ठगने के मंसूबे से कुर्ता लहराते घूम रहे है। इसके पूर्व यहां से बड़े बड़े वादे कर राष्ट्रीय दलों के समर्थन से चुनाव जीतने बाले पूर्व पार्षद और अध्यक्ष उपाध्यक्ष अपने पिछले कार्यकाल के दौरान इस नगरीय क्षेत्र का कितना विकास किया वह लोगों को साफ दिखता है।
चुनाव में किये गये बादों से इतर केवल निजी हित साधने में लगी रहने बाली पूर्व परिषद के कुछ सदस्यों ने इस बार भी निकाय चुनाव में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से जीतकर फिर से मुखिया बनने की फिराक में लगे कुछ तथाकथित बहरुपिया नेता। जिनकी कार्यशैली प्रायः संदिग्ध ही रही है ! वही लोग फिर जनता को गुमराह कर विकास की गंगा बहाने का हबाहबाई दावा ठोक रहे है! इस बार यहां का आम मतदाता पहले से अधिक जागरूक देखा जा रहा है।
इस बार सोच समझकर ही बिना किसी राष्ट्रीय दल व बडे नेताओं के बहकावे में आये एक बेहतर ईमानदार विकाशशील जातिवाद से ऊपर नगर की सरकार नवगठित परिषद चुनने जागरूक नागरिक आपस में विचारविमर्श कर इस चुनाव में किसी व्यापारी व पूर्व में जीते व्यक्ति की जगह साफ सुथरे क्षवि बाले किसी जनसेवक को ही जनता इस बार निकाय चुनाव में अपना प्रतिनिधि बनाने के मूंड में देखी जा रही हैं। इस बार यहां की नवगठित परिषद में व्यापारियों की नही बल्कि जनसेवक का चुनाव होगा।।
आखिर समय के साथ धीरे धीरे यहां की आमजनता जागरूक हो मुंहमिठ्ठू बने इन छुटभैया नेताओं की मानसिकता को भलीभांति समझ रही है।