लखनऊ
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त दिखाए जाने पर विपक्षी दलों के नेता हमलावर नजर आ रहे हैं। एग्जिट पोल के रूझान पर सपा और कांग्रेस ने निशाना साधा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल साइट एक्स पर लिखा, "एग्जिट पोल का आधार ईवीएम नहीं, बल्कि डीएम है। प्रशासन याद रखे जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता। एग्जिट पोल की क्रोनोलॉजी समझिए। विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। आज का ये भाजपाई एग्जिट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था। बस चैनलों ने चलाया आज है। इस एग्जिट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है।"

उन्होंने आगे लिखा, "इस एग्जिट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाजार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं। अगर ये एग्जिट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपा वाले अपनों पर ही इल्जाम न लगाते। भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है।"

उन्होंने कहा, "भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सर्वोच्च न्यायालय की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, साथ ही वो जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं। इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ना रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं। इंडिया की जीत गरीब की जीत।"

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी से उम्मीदवार अजय राय ने कहा, "एक जून को आखिरी चरण का चुनाव खत्म हुआ। आप सभी ने दिन-रात मेहनत करके इंडिया गठबंधन को मजबूत किया। सभी को धन्यवाद। चार जून को मतगणना के दिन डट कर खड़े रहें। एग्जिट पोल पूरी तरह भाजपा के द्वारा मैनेज हैं। जिससे हमारे कार्यकर्ता का मनोबल टूट जाए। हमारे कार्यकर्ता घर बैठ जाएं। जरा भी घबराने की जरूरत नहीं है। पूरी ताकत से मतगणना स्थल पर डटे रहें। सर्टिफिकेट मिलने के बाद हटें। चार जून को इंडिया गठबंधन जीतने जा रहा है। हम सरकार बनाने जा रहे हैं।"