उमरिया
 मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में निवेदिता नायडू एसपी हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वह अपराधियों को पकड़ने के लिए अपनी टीम के साथ जिले के अलग-अलग हिस्सों में खाक छान रही हैं। ऐसे में आप कहेंगे कि ये तो पुलिस अफसरों का काम है। वहीं, उमरिया एसपी निवेदिता नायडू अलग परिस्थितियों में ये सब कर रही हैं। निवेदिता नायडू आठ महीने की प्रेग्नेंट हैं। एक माह में वह मां बनने वाली हैं। चाहती तो घर में छुट्टी लेकर आराम कर सकती थीं लेकिन इस स्थिति में भी वह ड्यूटी कर रही हैं।

अपराधियों को पकड़ने के लिए फील्ड में एक्टिव

दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कुछ दिन पहले अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद पूरे प्रदेश में अपराधियों की धर पकड़कर को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। उमरिया एसपी निवेदिता नायडू भी लगातार अपने जिले में पुलिस टीम के साथ काम कर रही हैं। साथ ही वह खुद को साबित कर रही हैं कि महिलाएं किसी भी परिस्थिति में काम करने को तैयार है।

कौन हैं निवेदिता नायडू

उमरिया एसपी निवेदिता नायडू 2016 बैच की आईपीएस अफसर हैं। 25वीं बटालियन मंडला से स्थानांतरित होने के बाद 03 अगस्त 2023 को उमरिया जिले में एसपी का पद संभाली थीं। पद ग्रहण करने के बाद लगातार जिले की कानून व्यवस्था के सुधार में लगी हैं। संवेदनशील पुलिसिंग, सायबर अपराधों पर नियंत्रण, महिला सशक्तिकरण के प्रयास, महिला संबंधित अपराधों पर तत्काल कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।

चुनाव में भी उन्होंने अच्छा काम किया

प्रेग्नेंसी पीरियड में ही निवेदिता नायडू दो चुनौती पूर्ण कामों को अच्छा से किया है। मध्य प्रदेश में छह महीने पहले विधानसभा के चुनाव हुए हैं। प्रेग्नेंसी पीरियड के दौरान निविदेता नायडू ने विधानसभा चुनाव को अच्छे से हैंडल की है। इस दौरान भी वह विधि व्यवस्था को लेकर हर बूथ पर भागती रहीं। अब लोकसभा चुनाव को भी एसपी निवेदिता नायडू ने अच्छे से हैंडल किया है।

लगातार हैं फिल्ड में एक्टिव

उमरिया एसपी निवेदिता नायडू अभी आठ महीने की गर्भवती हैं। इसके बावजूद ड्यूटी कर रही हैं। लगातार रात में कॉम्बिंग गश्त और गंभीर अपराध होने पर घटना स्थल का दौरा कर रही हैं। उनके हौसले को देखकर लोग सलाम करते हैं।

गौरतलब है कि ऐसी परिस्थिति और इस अवस्था में सामान्यतया डॉक्टर की सलाह पर महिलाएं आराम करती हैं। वहीं, उमरिया एसपी अभी भी लगातार क्षेत्र में पहुंचकर पैदल गश्त करती हैं, जबकि इस अवस्था मे गाड़ी में चढ़ने और उतरने में भी दिक्कत होती है। ऐसे में इनके जज्बे को सलाम है।