भोपाल
राज्य सरकार अगले नौ माह में सोलर एनर्जी जनरेशन को बढ़ावा देने के लिए किसानों पर फोकस कर रही है। इसके लिए सरकार प्रदेश के पचास हजार किसानों के खेत पर सोलर पंप लगाने के लिए अभियान चलाएगी। नवीन व नवकरणीय ऊर्जा विभाग के माध्यम से यह अभियान चलाने के साथ किसानों को सोलर एनर्जी के फायदे भी बताए जाएंगे और उससे उनकी आमदनी में होने वाली वृद्धि के बारे में भी बताया जाएगा। यह काम अब इसलिए आसान हो गया है क्योंकि केंद्र सरकार ने कुसुम अ योजना में लगने वाली पांच लाख रुपए की परफार्मेंस गारंटी की राशि भी घटा दी है। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (कुसुम-अ) में परफार्मेंस गांरटी अब एक लाख रुपए कर दी गई है।

नवीन और नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा इसको लेकर एक माह पहले विकासकों के साथ एलओआई प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना में एक हजार ऐसे किसानों के खेतों पर सोलर पंप लगाने का काम प्राथमिकता से शुरू किया जा रहा है, जहां विद्युत की उपलब्धता नहीं है। इस तरह प्रदेश में 50 हजार किसानों के खेत पर सोलर पंप लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। इससे बिजली-डीजल का खर्र्च बचने के साथ 8 घंटे बिजली मिलने से किसानों के अन्य कार्य भी सरलतापूर्वक पूरे हो सकेंगे।

पर्यावरण संरक्षण के साथ दोगुनी होगी किसानों की आय
अफसरों का तर्क है कि इस पर फोकस करने के बाद जैसे ही लोगों में इसको लेकर अवेयरनेस आएगी, वैसे ही पर्यावरण-संरक्षण के साथ आमजनों किसानों की आय दोगुनी होने का रास्ता बनने लगेगा। इस तरह किसानों की आय को बढ़ाने वाली कुसुम अ योजना से किसान उद्यमी भी बनेंगे क्योंकि इस योजना के माध्यम से प्रदेश का किसान अन्नदाता के साथ ऊर्जा दाता भी बनने जा रहा है। योजना का लाभ लेने वाले किसानों से अपील की गई है कि वे अच्छी गुणवत्ता का पैनल और इंवर्टर लें जिससे निर्बाध रूप से अच्छी ऊर्जा का उत्पादन हो। किसानों को ऊर्जा विभाग से उनके द्वारा उत्पादित ऊर्जा के लिए हर माह भुगतान और तकनीकी सहयोग भी दिया जाएगा।