बीजापुर
मासूम बच्चों को गुमराह कर नक्सली उनका बचपन छीनकर उनसे गोला बारूद की सप्लाई करवा रहे है। छोटे-छोटे बच्चों को नक्सली अपने स्कूलों में ले जाते है जहां मासूमों को हिंसा की ट्रेनिंग दी जाती है। नक्सली मासूम बच्चों का ब्रेनवाश कर उन्हें हिंसा के मार्ग में ढकेल रहे हंै।
इस बात का खुलासा बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने प्रेसवार्ता में किया। एसपी ने बताया कि पामेड़ थाना के जारपल्ली से 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें 2 नाबालिग बच्चे शामिल है, जिनसे इसकी पुष्टि हो रही है, इनके कब्जे से विस्फोटक सामग्री 100 नग जिलेटिन रॉड (लिक्विड बारूद), बड़ा जिलेटिन 2 नग (प्रत्येक नग लगभग 2.78 किग्रा), धूकनी मशीन 1 नग, बिजली वायर लगभग 35 मीटर, 1 सफेद बोरी में लगभग 20 किग्रा यूरिया एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया गया है। एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिलना यह इशारा करता है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। एसपी ने कहा कि जल्द ही नक्सलियों के सप्लाई चैन को ध्वस्त किया जाएगा और भविष्य में और भी बड़े खुलासे की बात उन्होने कही है। उन्होने कहा कि नक्सली मासूम बच्चों को जवानों की रेकी करवाने का काम करवा रहे है, इतना ही नही नक्सली 14-15 वर्ष के बच्चों को आईडी लगाने और ब्लास्ट करने की भी ट्रेनिंग दे रहे है। उन्हें बाद में हथियार देकर मुठभेड़ों में शामिल कर लेते है या फिर उन्हें अन्य राज्यों में नक्सली घटनाओं को अंजाम देने के लिए भेज दिया जाता है।