नईदिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भले ही प्रचंड गर्मी पड़ रही हो लेकिन दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून मेहरबान है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा पूर्वानुमान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। इस वजह से मॉनसून अपने तय समय से आगे चल रहा है। अब तक यह केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों के अलावा लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार समेत अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बहुत आगे बढ़ चुका है। इसके अलावा मॉनसून पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में भी पहुंच चुका है।

मौसम विभाग ने कहा है कि अगले एक-दो दिन में मॉनसून पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा के कई इलाकों में झमाझम बारिश लेकर आ सकता है। आम तौर पर बिहार में मॉनसून की एंट्री लेने की तारीख 10 जून है लेकिन यह करीब एक सप्ताह पहले ही राज्य के पूर्वी हिस्से में दस्तक दे सकता है। नई सैटेलाइट इमेजरी के आधार पर मॉनसून की जो रेखा देखी गई है वह बंगाल के कूचबिहार और किशनगंज के आसपास का इलाका है।

इसबीच, IMD ने केरल एवं माहे में  भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से लेकर बहुत भारी बारिश (115.5-204.4 मिलीमीटर) की संभावना जताई है और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने असम एवं मेघालय में के लिए ऑरेंज अलर्ट दारी किया है और कहा है कि 3 से 5 जून के बीच भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से लेकर बहुत भारी बारिश (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की संभावना है। विभाग ने इसी तरह का अलर्ट तटीय आंध्र प्रदेश के लिए भी जारी किया है।

IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि इस वक्त दो चक्रवातीय निम्न दाब का केंद्र बना हुआ है, जिसकी वजह से देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन असम को पूर्वोत्तर हिस्से के ऊपर क्षोभमंडल में सक्रिय है जबकि दूसरा सर्कुलेशन केरल और उसके आसपास बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक इसी चक्रवातीय दशा के कारण केरल,माहे और कर्नाटक के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। रविवार को भी इन इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रविवार को 111.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो 133 सालों का रिकॉर्ड तोड़ आंकड़ा है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों में उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। अगले सात दिनों में उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में कई स्थानों, कुछ स्थानों या एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटें पड़ने का अनुमान है। IMD के मुताबिक अगले दो दिनों में यूपी, एमपी और छत्तीसगढ़ को भी गर्मी से राहत मिलने और बारिश होने की संभावना है।

पिछले 24 घंटों में तटीय आंध्र प्रदेश, यनम में एक या दो स्थानों पर और रायलसीमा में कई स्थानों पर बारिश हुई। रिपोर्ट में कहा गया कि रायलसीमा के तिरुपति में सबसे अधिक तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री अधिक है। दिल्ली के विभिन्न मौसम केंद्रों में से नजफगढ़ में 41 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि नरेला में 41.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दक्षिणी दिल्ली के आया नगर में 43.4 डिग्री, रिज में 43.7 डिग्री और पालम में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने राजधानी दिल्ली में बादल छाए रहने, अलग-अलग स्थानों पर गर्म हवाएं चलने, धूल भरी आंधी और गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। इसी के साथ 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है।दिल्ली में रविवार को सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 29 प्रतिशत से 44 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी में सोमवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 44 और 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।

उत्तर भारत में हरियाणा और पंजाब के कई स्थानों पर रविवार को भी भीषण गर्मी पड़ी और इसी के साथ सिरसा में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, हरियाणा में सिरसा सबसे गर्म स्थान रहा। राज्य के अन्य स्थानों में भिवानी में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रोहतक में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अंबाला में अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस, हिसार में 42.7 डिग्री सेल्सियस, जबकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में क्रमश: 42.5 डिग्री सेल्सियस और 43.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब के बठिंडा में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना में 42.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि पटियाला में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरदासपुर में अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि फरीदकोट में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस रहा।