भोपाल
 नरेन्द्र मोदी तीसरी बार आज रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। पीएम मोदी के साथ कई मंत्री भी शपथ लेंगे। हालांकि शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम सामने नहीं आए हैं। बीजेपी को इस बार पूर्ण बहुमत नहीं मिला है जिस कारण से सहयोगी दलों के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल के गठन के लिए फॉर्म्यूला तैयार हो गया है। मध्य प्रदेश में इस बार बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया है। जिसके बाद से माना जा रहा है कि इस बार कई नेताओं को केन्द्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। बीजेपी ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की है।

सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश से चार सांसदों को केन्द्र में मंत्री बनाया जा सकता है। इनमें से दो नाम फाइनल माने जा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान के मंत्री बनाया जा सकता है। सिंधिया, पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री रहे हैं। उनकी परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें फिर से रिपीट किया जा सकता है। वहीं, इस बार दो मंत्रियों को ड्राप कर नए चेहरों को मौका दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

शिवराज सिंह चौहान सबसे बड़े दावेदार
विदिशा लोकसभा सीट से रेकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले शिवराज सिंह चौहान को केन्द्रीय कैबिनेट में जगह मिल सकती है। शिवराज सिंह चौहान को लेकर पीएम मोदी ने कहा था मैं इन्हें अपने साथ दिल्ली लेकर जाना चाहता हूं। हालांकि शिवराज सिंह चौहान को कौन सा विभाग मिलेगा इसकी जानकारी नहीं है। शिवराज सिंह चौहान को जनता से कनेक्ट किसी बड़े पोर्टफोलियो के मिलने की संभावना है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया किस विभाग के मंत्री बन सकते हैं इसे लेकर कोई जानकारी बाहर नहीं आई है।

इन मंत्रियों का कट सकता है पत्ता
इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। सहयोगी दलों के सहारे सरकार चलेगी। ऐसे में कई विभाग सहयोगी दलों के नेताओं को मिल सकता है। वहीं, जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए भी कई नेताओं को शामिल किया जाएगा। ऐसे में फग्गन सिंह कुलस्ते और वीरेंद्र खटीक को फिर से मंत्री बनाया जाएगा या नहीं इस पर फैसला होना बाकी है।

दो नए चेहरों को भी मिल सकता है मौकामोदी कैबिनेट में इस बार मध्य प्रदेश से दो नए चेहरों को मौका मिलने की उम्मीद है। जिन नए चेहरों को मंत्री बनाया जा सकता है उसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम सबसे आगे है। वहीं, जातिगत समीकरण और महिला वोटर्स को साधने के लिए शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह का भी नाम सामने आ रहा है। देवास सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी के भी नाम की चर्चा है कि उन्हें भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।