• नई दिल्ली

उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में हैं. मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 4 जून को चुनावी सरगर्मी के बीच उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू का दौर जारी रहने की आशंका है. वहीं, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में मॉनसूनी बारिश जारी रहने की संभावना है. 

दिल्ली का मौसम

दिल्ली में इन दिनों भयंकर गर्मी पड़ रही है और दिन का पारा 44 डिग्री के आस-पास बना हुआ है. मौसम विभाग (IMD) ने आज यानी 4 जून को दिल्ली में बूंदाबादी के आसार जताए हैं. इस दौरान तेज हवाओं का दौर जारी रहने की उम्मीद है.

IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 29 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. 

पूरे हफ्ते कैसा रहेगा मौसम?

देश के मौसम का हाल

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, कर्नाटक, सिक्किम और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. वहीं केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.

इसके अलावा दक्षिण मध्य प्रदेश, दक्षिण गुजरात, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश हो सकती है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना है. 

देश की मौसमी गतिविधियां

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 2 दिनों में मध्य अरब सागर, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. वहीं पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है.

इसके अलावा दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. मध्य पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर एक और चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. वहीं गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है.