भोपाल
 शहर के किसी भी क्षेत्र की बिजली बंद हुई तो मैदानी अमला बिजली कंपनी के अधिकारियों से इसे छुपा नहीं सकेगा। बल्कि बिजली बंद न हो, इसकी भरसक कोशिश करेगा। यदि बिजली वर्षा, आंधी-तूफान व अन्य कारणों से बंद हो भी जाती है तो अमला तुरंत सुधार शुरू कर आपूर्ति बहाल करने में जुट जाएगा। दरअसल, बिजली कंपनी ने बीते हफ्ते बिजली आपूर्ति की निगरानी व्यवस्था का विस्तार किया है।

अभी तक कंपनी गोविंदपुरा स्थित मुख्यालय में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा इक्वीजीशन (स्काडा) सिस्टम से शहर के 444 फीडरों पर नजर रखती है। जिसमें यह पता चलता है कि कौन सा फीडर कितने बजे बंद हुआ और कितने बजे चालू किया गया। अब बिजली कंपनी ने महाप्रबंधक शहर और डीई से लेकर सभी 26 जोन के प्रभारियों को टैबलेट दे दिए हैं। इन्हें स्काडा सेंटर की लिंक भी उपलब्ध करा दी है, जो टैबलेट पर एक्सेस हो जाती है। इस तरह स्काडा सेंटर टैबलेट पर खुल जाता है। इस तरह 24 घंटे निगरानी में आसानी हो गई है। निगरानी करने के लिए अमल में लाई गई इस व्यवस्था के बाद अब अधिकारियों से कर्मचारी बिजली बंद होने की घटनाओं को छुपा नहीं पा रहे हैं।