आजमगढ़
 
आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में संविदा पर तैनात एक महिला कर्मचारी ने शुक्रवार को शहर कोतवाली में छेड़खानी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने ब्लड बैंक में तैनात एक डाक्टर को आरोपित किया है। आरोप है कि ड्यूटी के समय डाक्टर उसके कमरे में बहाना बनाकर आते हैं और छेड़खानी करते हैं। डाक्टर की हरकत से महिला काफी दिनों तक तनाव में रही। इसके बाद शुक्रवार को थाने में शिकायत की।

महिला स्वास्थ्यकर्मी ब्लड बैंक में तैनात डॉ. राहुल सिंह पर आरोप लगाया कि वह अक्सर उसके कमरे में आकर परेशान और छेड़खानी करते हैं। राहुल कई बार महिला से उसका फोन नंबर लेने की जिद कर चुके हैं। महिला के मुताबिक 18 मई की दोपहर करीब डेढ़ बजे डॉ. राहुल सिंह जबरन ब्लड बैंक में खींच ले गए और छेड़खानी करते हुए गलत काम का दबाव बनाने लगे। पीड़िता के आवाज करने पर अन्य कर्मचारियों के पहुंच जाने पर छोड़ दिया। महिला ने बताया कि यह पूरा घटनाक्रम ब्लड बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद है। कोई भी उसे देख सकता है। महिला कर्मचारी का कहना है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।

डाक्टर ने लगाया सबूत नष्ट करने का आरोप
ब्लड बैंक में तैनात डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि महिला कर्मचारी के आरोप की जांच पहले सीओ सिटी कर रहे थे। एक जून को सीओ सिटी सिद्धार्थ तोमर ने हमारा बयान दर्ज किया। 18 जून को सीओ सिटी मंडलीय अस्पताल पहुंचे। सीएमओ से घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज मांगा। इस दौरान ब्लड बैंक के एलटी द्वारा बताया गया कि फुटेज हमारे पास नहीं है। वह गायब है। डॉ. राहुल ने कहा कि मैं निर्दोष हूं। मुझे फंसाया जा रहा। जांच में सारी स्थिति स्पष्ट होगी।