कन्नूर (केरल)
केरल के एक मंदिर के तंत्री ने कहा कि कथित पशु बलि को लेकर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार की टिप्पणी से विवाद पैदा हो रहा है और इससे श्रद्धालुओं के मन में चिंता उत्पन्न हो रही है। यहां कथित तौर पर हुई पशु बलि को लेकर संबंधित तंत्री के नाम का उल्लेख हाल में शिवकुमार ने किया था। कन्नूर जिले के तालिपरंबा में स्थित राजराजेश्वरी मंदिर के तंत्री या मुख्य पुजारी ई पी कुबेरन नंबूदिरीपाद ने कहा कि ‘अनावश्यक विवाद’ के कारण बहुत से श्रद्धालु पूछ रहे हैं कि क्या मंदिर में ऐसा कुछ हुआ है जिसका जिक्र शिवकुमार ने किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे श्रद्धालुओं के मन में चिंता पैदा हो रही है। अगर यह चर्चा जारी रही तो इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है जिससे मंदिर के नाम और प्रतिष्ठा को नुकसान हो सकता है।’’ शिवकुमार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि पशुओं की बलि देने वाला ‘शत्रु भैरवी यज्ञ’ नामक अनुष्ठान केरल के राजराजेश्वर मंदिर में नहीं, बल्कि पास के एक निजी स्थान पर किया गया।

उन्होंने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आपको बता रहा हूं, मंदिर के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है, …मैंने यह नहीं कहा कि मंदिर में कोई अनुष्ठान हुआ था। मंदिर में कुछ भी नहीं हुआ है, मैं जानता हूं। यह मंदिर के पास ही एक निजी स्थान है, जहां कुछ हुआ है। मुझे यही जानकारी मिली है।’’

सटीक स्थान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं खुलासा नहीं करना चाहता। उस (अनुष्ठान) में शामिल एक पुजारी ने मुझे कुछ जानकारी दी है। मैं राजराजेश्वर मंदिर गया हूं…, मुझे पता है कि पहले मंदिर में कुछ प्रथाएं थीं, लेकिन अब वे मंदिर में नहीं हो रही हैं। लेकिन उनमें से कुछ लोग इसे (बाहर) करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें (सरकार को) जांच करने दें। मुझे बहुत सी चीजें पता हैं, लेकिन मैं चीजों का खुलासा नहीं करना चाहता।’’

उनका स्पष्टीकरण तब आया जब केरल सरकार ने कहा कि राज्य के उत्तरी हिस्से में किसी मंदिर के पास कोई पशु बलि नहीं दी गई, जैसा कि शिवकुमार ने दावा किया था। केरल सरकार ने यह भी कहा कि वह इस बात की जांच कर रही है कि क्या राज्य में कहीं और ऐसी कोई घटना हुई है जिसके बारे में शिवकुमार ने कहा है। इसने कहा कि हालांकि शुरुआती खबरों के मुताबिक ऐसी कोई घटना दक्षिणी राज्य में नहीं हुई है।

मंदिर की प्रबंध समिति ने शुक्रवार को शिवकुमार के आरोपों का खंडन किया था और उनके दावों को 100 फीसदी झूठा बताया था। विशेष शाखा ने उसी दिन राज्य पुलिस प्रमुख को एक रिपोर्ट भी दी जिसमें कहा गया है कि केरल में किसी मंदिर के पास किसी पशु की बलि देने का कोई सबूत नहीं है, जैसा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने दावा किया है।

शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि उन्हें, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और राज्य की कांग्रेस सरकार को निशाना बनाकर केरल के राजराजेश्वरी मंदिर के पास ‘शत्रु भैरवी यज्ञ’ किया गया। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार ने किसी का नाम लिए बिना आरोप लगाया था कि राज्य में कुछ राजनीतिक लोग इसे करवा रहे हैं और इसके लिए अघोरियों से सलाह ली जा रही है।