धार /इंदौर

 धार जिले के नर्मदा किनारे बसे निसरपुर क्षेत्र में शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक 12 घंटे में 108 मिमी बारिश दर्ज की गई है। तेज बारिश के साथ हवा आंधी के कारण क्षेत्र में कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली के पोल गिर गए। वहीं तेज हवाओं के कारण नर्मदा पट्टी में केले और पपीते की फसल को काफी नुकसान हुआ है।

क्षेत्र में शुक्रवार शाम को तेज आधी के साथ कुछ देर तक बारिश हुई उसके बाद रात में 2 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बारिश का दौर चलता रहा। इस बारिश से जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली वहीं कपास लगाने वाले किसानों के चेहरे खिल उठे।

ओंकरेश्वर परियोजना की नहरों में बारिश का पानी आ जाने से यह ओवरफ्लो होकर खेतों में भर गया। कुक्षी भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 8 जून सुबह तक निसरपुर ब्लॉक में 108 मिमी, कुक्षी ब्लॉक में 51 मिमी और डही ब्लॉक में 38 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

गर्मी ने कर दिया था हाल-बेहाल

वर्तमान में जिस तरह से गर्मी पड़ रही है, उससे जनजीवन प्रभावित हो रहा था। गर्मी में लोग पसीने से तरबतर हो गए थे। दोपहर में तो तेज धूप और गर्म हवा के झोंके के बीच निकलना मुश्किल हो गया था। धार में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ था।

धार में शाम को राहत के बादल आसमान में मंडराए। इससे कुछ हद तक लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून केरल की दहलीज तक पहुंच गया है। लोगों को अब सिर्फ मानसून का इंतजार है।

शनिवार सुबह से शहर में बादल छाए रहे। शुक्रवार रात भर बादल छाए रहने के कारण उमस व गर्मी से शहरवासी परेशान हो गए वहीं देर रात शहर में गरज चमक के साथ हुई हल्की बारिश से तापमान में कमी आई। शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे तक एयरपोर्ट स्थित वेदर स्टेशन पर 10.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। बारिश के असर से न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को यह न्यूनतम तापमान 28.1 सामान्य से तीन डिग्री अधिक था वहीं शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम था।

इस तरह शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को न्यूनतम तापमान में छह डिग्री की गिरावट देखने को मिली। ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को दिन में सूरज की तपिश ने शहरवासियों को गर्मी से परेशान किया और पारा एक सप्ताह बाद 40 डिग्री के पार पहुंचा था।