दुर्ग.

जामुल थाना क्षेत्र के एसीसी सीमेंट प्लांट के अंदर कर्मचारी के हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक के अधीनस्थ काम करने वाला ही आरोपी निकला। आरोपी ने मृतक के द्वारा प्लांट में आने वाले कोयला में मिलावट का आरोप के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।

जामुल स्थित एसीसी सीमेंट प्लांट में दो दिन पूर्व हुए हत्याकांड की गुत्थी को लेकर पुलिस ने खुलासा किया है। प्लांट के कोल्ड हैंडलिंग प्लांट में कार्यरत एचओडी आर बाला राजू की अधीनस्थ कर्मचारी संजय तिवारी ने हत्या कर दी। वारदाक के दिन सिर पर हथौड़ा मार कर आरोपी फरार हो गया था। घटना के बाद अन्य कर्मचारियों ने घायल को देखा और अस्पताल भेजवाया था। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना प्रबंधन द्वारा पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पहुंचकर जांच कार्यवाही शुरू की। पुलिस पूछताछ में बताया कि अंतिम बार मृतक संजय तिवारी के साथ देखा गया था। पुलिस ने संजय तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर हत्या की वारदात को स्वीकार किया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मृतक के द्वारा घटना के दिन कोल्ड हैडलिंग प्लांट का निरीक्षण किया गया। जहां पर कोयला में मिलावट मिली। अपने अधीनस्थ कर्मचारी संजय तिवारी पर कोयला में मिलावट का जिम्मेदार ठहराया। जिससे आक्रोशित हो गया। अपने एचओडी को रास्ते से हटाने के लिए कुछ देर बाद कोल्ड हैडसिंग प्लांट में बुलाकर सिर पर वार कर हत्या की घटना को अंजाम दिया। भिलाई नगर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने  बताया कि घटना की रात आरोपी संजय तिवारी मृतक बाला राजू के साथ प्लांट में आने वाले कोयला में मिलावट पर डाट फटकार लगाई थी। जिससे आहत होकर आरोपी ने मृतक के सिर पर हथौड़ा से वार कर फरार हो गया था। जिससे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के घर से खून के दाग लगे कपड़े और हथौड़ा भी जब्त किया है।