रांची
झारखंड भाजपा के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का एक फोटो वायरल किया है। इस फोटो के साथ उन्होंने जो टिप्पणी लिखी है, वह बेहद तल्ख है। बाबूलाल मरांडी ने लिखा है – मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, आपकी यह बेचारगी देखकर दया आती है। प्रोटोकॉल और शिष्टाचार को ठेंगा दिखाकर कैबिनेट मंत्री खड़े और नौकरशाह आपके बगल में बैठा हुआ है। ऐसे ही चंद नौकरशाहों और चमचों ने आज आपकी क्या हालत बना दी है कि आप न घर के रहे न घाट के। कानून के पंजे में फंसाया सो अलग।
मां उग्रतारा नगर मंदिर में पूजा की है तस्वीर
दअसल, यह तस्वीर लातेहार जिले के मां उग्रतारा नगर मंदिर की है। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूजा करते नजर आ रहे हैं। उनके साथ दो लोग बैठे नजर आ रहे हैं। इनमें एक जोबा मांझी हैं, जो उनके कैबिनेट की मंत्री हैं। वहीं दूसरा शख्स एक अधिकारी है। तीनों हाथ में फूल लिए मां उग्रतारा की पूजा कर रहे हैं। इन तीनों के पीछे दो लोग खड़े दिखाई दे रहे हैं। इनमें एक कृषि मंत्री बादल पत्रलेख हैं। बाबूलाल मरांडी ने इसी तस्वीर पर टिप्पणी की है। उनका इशारा है कि नौकरशाी मुख्यमंत्री के साथ बैठकर पूजा कर रहा है और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख खड़े दिखाई दे रहे हैं। जबकि प्रोटोकाल के अनुसार नौकरशाह को खड़ा रहना चाहिए। उसे मंत्री के पीछे खड़ा नजर आना चाहिए। बाबूलाल मरांडी के इस टवीट को लोग लाइक और री-टवीट भी कर रहे हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
गुरुवार को लातेहार गए थे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन गुरुवार को झारखंड के लातेहार जिले में एक कार्यक्रम में गए थे। वहां पहुंचने से पहले वह मां उग्रतारा नगर मंदिर चले गए थे। वहां उन्होंने पूजा-अर्चना की थी। झारखंड की समृद्धि व खुशहाली के लिए मां से प्रार्थना की थी। मंदिर के इतिहास के बारे में पुजारियों से अगवत हुए थे। इतना ही नहीं खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बारे में इंटरनेट मीडिया में एक टवीट भी किया था। यह तस्वीर उसी समय की है, जिस पर बाबूलाल मरांडी ने टिप्पणी की है। इस मंदिर के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहां सिर्फ फूल चढ़ाने से हर मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसलिए यहां आने वाले भक्त मां को फूल चढ़ाना नहीं भूलते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके साथ मौजूद लोग भी हाथों में फूल लिए पूजा करते नजर आ रहे हैं।
कई तरह के आरोपों का सामना कर रहे सीएम
मालूम हो कि इस समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कई आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनकी सरकार के बारे में तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर खनन लीज आवंटन, शेल कंपनियों के जरिए मनी लांड्रिंग, पत्नी कल्पना सोरेन के नाम से औद्योगिक भूमि आवंटित करने, भाई बसंत सोरेन पर चुनाव आयोग से जानकारी छिपाने आदि आदि आरोप लगे हैं। भाजपा लगातार इन सवालों को लेकर मुखर और हमलावर है। भाजपा उन्हें घेरने के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ती है। मुख्यमंत्री इन आरोपों को लेकर चुनाव आयोग, झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई का भी सामना कर रहे हैं। उन पर ताजा आरोप यह भी है कि निजी मुकदमो की पैरवी के लिए वे सरकारी खजाने से वकीलों को फीस भर रहे हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर महालेखाकार ने विशेष आडिट की भी बात कही है। हालांकि यह दावा निशिकांत दुबे का है। महालेखाकार की ओर से अभी तक इस बारे में कोई बयान नहीं दिया गया है।