सतना
चित्रकूट में 24 साल से बाबा बनकर रह रहे 50 हजार के इनामी डकैत 69 वर्षीय छेदा सिंह उर्फ छिद्दा को उप्र की औरैया जिले की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। छेदा सिंह मूलतः उत्तरप्रदेश के औरैया जिले के आयाना थाना क्षेत्र के भसौन गांव का निवासी है। विगत दिनों उसकी तबीयत खराब होने के बाद चित्रकूट से अपने गांव भसौन गया था। जहां उप्र पुलिस को उसकी भनक लग गई और अयाना थाना की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फरार डकैत साधु का वेश धारण कर आश्रम और घाटों पर रहता था।

 20 साल की उम्र में बन गया था डकैत
छेदा सिंह 20 साल की उम्र में चंबल के बीहड़ों में सक्रिय लालाराम गिरोह में शामिल हो गया था। वह लालाराम गिरोह के लिए मुख्यतः अपहरण का काम करता था। इस पर मप्र और उप्र में हत्या, अपहरण सहित कई अन्य मामलों के 24 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं।

 1998 से चल रहा था फरार
छेदा सिंह 1998 में अपहरण के एक मामले में पुलिस से हुई मुठभेड़ के बाद से फरार चल रहा था। इसके स्वजन ने इसे दस्तावेजों में मृत घोषित करवा कर इसकी पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर लिया था। इसके बावजूद उप्र पुलिस उसे फरार मानती रही। 2015 में औरैया पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

 सतना के फर्जी दस्तावेज मिले
अयाना थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि पकड़े गए आरोपित के पास से बृजमोहन दास पुत्र राम बालक दास निवासी चित्रकूट के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आइडी, तथा राशन कार्ड बरामद हुआ है। वह कई वर्षों से चित्रकूट के टाठी घाट में निवास करता था। इसके बाद आराधना आश्रम जानकी कुंड में सेवादार के रूप में सेवा दे रहा था। वहीं इस मामले में आश्रम के लोग भी जानकारी देने से मना कर दिए। उधर सतना के चित्रकूट थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी का कहना है कि स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।